









बदायूं। बुधवार, 11 दिसंबर 2024 को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के निर्देश पर सूर्यकुंड महादेव शिवलिंग प्रकरण को लेकर एक शिष्टमंडल ने स्थल का निरीक्षण किया। इसमें विभाग मंत्री मानवेंद्र प्रताप सिंह राणा और विभाग संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह सोम सहित जिले के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे।
प्रेस वार्ता में विहिप का रुख:
प्रेस वार्ता में विहिप के विभाग मंत्री मानवेंद्र प्रताप सिंह राणा ने कहा, “हमारे लिए भगवान बुद्ध और महादेव दोनों पूजनीय हैं, लेकिन यदि कोई हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करता है या सनातन धर्म का अनादर करता है, तो यह असहनीय है।” उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी विचारधारा के तहत महादेव शिवलिंग का अपमान करने का प्रयास होगा, तो यह अपराध है।
राणा ने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म को विभाजित करने का कोई भी प्रयास सर्वथा गलत है। उन्होंने कहा, “विश्व हिंदू परिषद का सिद्धांत है कि सभी हिंदू भाई समान हैं। इस प्रकार की घटनाएं केवल सनातन संस्कृति को कमजोर करने के षड्यंत्र का हिस्सा हैं।”
विहिप की मांग:
विहिप ने प्रशासन से मांग की है कि सूर्यकुंड की भूमि का संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए एक सरकारी समिति बनाई जाए। साथ ही, महादेव शिवलिंग की पवित्रता को बनाए रखने के लिए स्थल पर एक सूचना बोर्ड लगाया जाए, जो यह स्पष्ट करे कि वहां किसी भी प्रकार के व्यक्तिगत या संस्थागत कार्यक्रम की अनुमति नहीं है।
आंदोलन की चेतावनी:
राणा ने चेतावनी दी कि यदि किसी ने महादेव शिवलिंग का अपमान करने की कोशिश की या स्थल पर विवाद पैदा किया, तो विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने इसे नाथ संप्रदाय और सनातन धर्म की भूमि बताते हुए कहा कि यहां भगवान श्रीराम ने वनवास काल में समय बिताया था।
उपस्थित सदस्य:
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष नीरज रस्तोगी, जिला मंत्री उज्जवल गुप्ता, हरिओम पाठक, नीरज शर्मा, अरविंद शर्मा, अचल सक्सेना, राजीव जौहरी, महेंद्रपाल सिंह, ऋषि वर्मा, राजेश बाबू, शुभम रस्तोगी, मयूर गुप्ता सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रशासन ने विहिप के सुझावों पर विचार करने का आश्वासन दिया है और स्थायी समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाने की बात कही है।