
सहसवान। सेठ एम.आर. जैपुरिया स्कूल, सहसवान में बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस बड़े हर्षोल्लास और गरिमामयी वातावरण में मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर से लेकर सहसवान बाजार और अकबरबाद चौक तक श्रमिकों के सम्मान में आयोजित गतिविधियों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया और समाज में जागरूकता का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्रांगण में एक विशेष सभा से हुई, जिसमें छात्रों ने श्रमिकों के परिश्रम और योगदान को उजागर करती स्किट, भाषण और समूह गीत प्रस्तुत किए। छात्रों द्वारा किए गए इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने श्रम की महत्ता को सुंदर रूप में प्रस्तुत किया।
विद्यालय के निदेशक श्री अश्वनी माहेश्वरी और श्री अंशुल माहेश्वरी ने श्रमिकों को सम्मानित करते हुए उपहार भेंट किए और उनके निःस्वार्थ सेवा भाव को नमन किया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रवीण अरोड़ा ने कहा कि श्रमिक वर्ग समाज की रीढ़ होता है, जिनके बिना किसी भी संस्था या राष्ट्र की प्रगति संभव नहीं है। उन्होंने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों में कृतज्ञता और संवेदनशीलता का विकास होता है।
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रही सहसवान बाजार और अकबरबाद चौक पर प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक, जिसे देखकर राहगीर भी ठहर गए। इस नुक्कड़ नाटक में छात्रों ने श्रमिकों के अधिकार, उनके सम्मान और समाज में उनके योगदान को प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया। उपस्थित लोगों ने करतल ध्वनि से छात्रों के इस प्रयास की सराहना की।
इस अवसर पर डॉ. आदित्य गुप्ता और डॉ. अमोल गुप्ता ने भी अपने प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि मजदूर दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि श्रम के सम्मान की सोच का विस्तार है, जिसे हमें पूरे वर्ष बनाए रखना चाहिए।
कार्यक्रम में शिक्षकगण, अभिभावक और क्षेत्रीय गणमान्य नागरिकों की भी उपस्थिति रही, जिन्होंने छात्रों और स्कूल प्रशासन के इस सामाजिक प्रयास की सराहना की।
संस्थान की टीम भावना, अनुशासन और सेवा के प्रति समर्पण ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। विद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी इस प्रकार के सामाजिक और जागरूकता आधारित कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने का संकल्प लिया।