बदायूं। शीतलहर ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। इसका प्रभाव सीधे लोगों की दिनचर्या पर पड़ रहा है। आने वाले दिनों में भी सर्दी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही। इस सप्ताह ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। धूप न निकलने से लोगों की कंपकंपी बंद नहीं हो रही।
जनवरी की शुरुआत से ही सदी सितम ढहा रही है। शीतलहर लोगों को घरों से नहीं निकलने दे रही। अधिकांश समय हीटर और अलाव के सहारे ही व्यतीत हो रहा है। लोग बहुत जरूरी कामों से ही घरों से निकल रहे हैं। इसका असर बाजारों पर भी पड़ रहा है। हर समय ग्राहकों से गुलजार रहने वाले शहर के बड़ा बाजार, छह सड़का, घंटाघर, पुराना बाजार आदि में भीड़भाड़ कम ही दिखाई दे रही है।
सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतम तापमान में तो ज्यादा अंतर नहीं रहा, लेकिन न्यूनतम तापमान में करीब एक डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। सोमवार को अधिकतम तापमान 20.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री रहा, जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री और न्यूनतम 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. आलोक सागर गौतम के अनुसार, आने वाले दिनों में सर्दी से निजात मिलने के आसार नहीं हैं। कोहरा और बादल छाए रहेंगे। यदि धूप निकली भी है तो भी शीतलहर का प्रकोप कम नहीं होगा।
तारीख
16 जनवरी
15 जनवरी
14 जनवरी
13 जनवरी
12 जनवरी
11 जनवरी
10 जनवरी
ठंड में बढ़ रहे त्वचा रोग, सावधानी जरूरी
चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. आरती यादव के मुताबिक, सर्दी में त्वचा रोग बढ़ने लगे हैं। इस मौसम में त्वचा खुश्क होने के कारण तमाम रोग पनपने हैं। दरअसल, ठंड के मौसम में आर्द्रता के स्तर में कमी आती है, इससे त्वचा शुष्क हो जाती है। इससे त्वचा में जलन, खुजली और चकत्ते हो जाते हैं। इसके अलावा तमाम लोग गर्म पानी से नहाते हैं। ज्यादा गर्म पानी से नहाने से त्वचा में रूखापन बढ़ जाता है। इसके अलावा हीटर, अलाव, ब्लोअर आदि वातावरण की नमी सोख लेते हैं।
सर्दी में होने वाले सामान्य त्वचा रोग
– एक्जिमा, सोरायसिस, फंगल इन्फेकशन, स्केबीज आदि।
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राजकीय मेडिकल कॉलेज में डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर रेजीडेंट डॉ. आरती यादव बताती हैं कि सर्दी में सोरायसिस व एग्जिमा का मुख्य कारण अंदरूनी इन्फेक्शन होता है, जबकि फंगल इन्फेक्शन व स्केबीज बाहरी संक्रमण के कारण होते है। प्रभवित व्यक्ति के संपर्क में आने, कई- कई दिनों तक न नहाने, कपड़े न बदलने आदि इसके कारण हैं। इनसे बचाव के लिए रोजाना नहाना चाहिए। यदि रोजाना न नहा पाते हैं तो कम से कम एक दिन के अंतराल से जरूर नहाना चाहिए। पूरी तरह सूखे अंडरगारमेंट्स का ही प्रयोग करें। अक्सर हल्के गीले कपड़े पहनने से त्वचा रोग जल्दी होते हैं। कपड़े धूप में सुखाकर प्रयोग करें। यदि कोई समस्या होती है तो खुद ही कोई दवा या क्रीम प्रयोग करने से बचें।
डॉ.आरती यादव
डॉ.आरती यादव