धरती की ओर एक क्षुद्र ग्रह यानी एस्टेरॉइड तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) ने इस एस्टेरॉइड को चेतावनी दी है।चूंकि इस एस्टेरॉइड आकार बहुत बड़ा है इसलिए अगर ये धरती से टकराता है तो भयानक तबाही मचा सकता है। नासा के वैज्ञानिक लगातार इस पर नजर रखे हुए हैं। आइए जानते है ये एस्टेरॉइड कितना बड़ा है और ये कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसके धरती के से टकराने की संभावना है या नहीं?



वैज्ञानिक विशालकाय क्षुद्र ग्रह पर नजर गड़ाए बैठे हैं
हालांकि नासा ने क्षुद्रग्रहों ने पृथ्वी के संभावित विनाशकारी संकट से इनकार नहीं किया है। इसका साइज तो बड़ा है ही साथ इसकी स्पीड भी काफी तेज है। पृथ्वी के लिए संभावित खतरों पर नज़र रखने के लिए, नासा ने ग्रहों की रक्षा (एनईओ) बनाने के लिए कई क्षेत्रों में विशेषज्ञों की एक टीम को इकट्ठा किया है। सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS), जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL), और स्मॉल-बॉडी डेटाबेस सभी इसी कैटेगरी में हैं।
जानें क्यों दिया गया 2022 UD72 नाम
इस नए क्षुद्रग्रह को वैज्ञानिकों ने 2022 UD72 नाम दिया गया है। नाम की चार अंकों की संख्या इसकी खोज की तारीख, अक्टूबर 2022 को जताती है।
क्षुद्र ग्रह 15,408 किमी/घंटा की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरेगा
धरती की ओर तेजी से बढ़ रहे इस क्षुद्रग्रह की ऊंचाई अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के अनुसार लगभग 65 फीट है और ये पृथ्वी के 4 मिलियन किलोमीटर के भीतर से गुजरेगा। यह एक लंबा रास्ता है। ये क्षुद्र ग्रह 15,408 किमी/घंटा की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरेगा। अगर कुछ भी अप्रत्याशित होता है धरती पर प्रलय आ जाएगी।
पीडीसीओ स्थापित किया गया है
वाशिंगटन में नासा के मुख्यालय में एक ग्रह रक्षा समन्वय कार्यालय (पीडीसीओ) स्थापित किया गया है और इसको ग्रह विज्ञान विभाग द्वारा मैनेज किया जा रहा है। संभावित खतरनाक (पीएचओएस) का समय पर पता लगाने की जिम्मेदारी पीडीसीओ की है। याद रहे PHOS में क्षुद्रग्रह और धूमकेतु शामिल हैं जिनकी कक्षाओं को पृथ्वी की 0.05 खगोलीय इकाइयों (5 मिलियन मील या 8 मिलियन किलोमीटर) के भीतर लाने की भविष्यवाणी की गई है।