जमीन की ठीयाबंदी के नाम पर मांगी थी रिश्वत, एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथों पकड़ा


बदायूं। राजस्व विभाग की छवि को धूमिल करने वाले एक भ्रष्टाचार मामले में एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लेखपाल संजीव कुमार और रिश्वत लेन देन मे उसके निजी सहयोगी विनोद कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद दोनों को थाना बिनावर ले जाकर पूछताछ की गई, जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने बुधवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मोहल्ला आवास विकास निवासी संजीव कुमार बतौर राजस्व लेखपाल सदर तहसील क्षेत्र के लोडा-बहेड़ी हलका पर तैनात है। वहीं, उसका निजी सहयोगी विनोद कुमार निवासी ऊपरपारा बताया जा रहा है, जो पेशे से बाइक मिस्त्री है।
गांव कलपिया निवासी मुशाहिद अली ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी कि उसके पिता के नाम जमीन की ठीयाबंदी होनी थी, लेकिन लेखपाल संजीव कुमार ने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। रकम अपने निजी व्यक्ति विनोद कुमार के माध्यम से लेने की बात कही गई। रुपये लेने के लिए मंगलवार को अमन प्रकाश राठौर के आहते, लालपुल पेट्रोल पंप, उझानी रोड के पास बुलाया गया।
एंटी करप्शन टीम ने शिकायत के सत्यापन के बाद घेराबंदी की और जैसे ही मुशाहिद अली ने 10 हजार रुपये दिए, टीम ने दोनों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। टीम दोनों को थाना बिनावर लेकर पहुंची और पूछताछ के बाद एफआईआर दर्ज की।
निरीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की गई। लेखपाल संजीव कुमार और निजी व्यक्ति विनोद कुमार के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई जारी है। रिश्वतखोरी की इस घटना से राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है, वहीं एंटी करप्शन टीम की सक्रियता की लोग प्रशंसा कर रहे हैं।