अमरोहा: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जनपद के हसनपुर क्षेत्र में एक फर्जी दूल्हा-दुल्हन पकड़े गए, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामला उस समय उजागर हुआ जब विवाह समारोह के दौरान एक युवक ने अपनी ही पत्नी को दूसरे व्यक्ति के साथ निकाह पढ़वाने की तैयारी करते देख लिया।
पति ने पकड़ा फर्जीवाड़ा, मच गया हड़कंप
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सैद नगली थाना क्षेत्र के ग्राम सोहत निवासी आशमा की शादी 20 जुलाई 2022 को रहरा थाना क्षेत्र के गांव जैतोली निवासी नूर मोहम्मद से हुई थी। आपसी विवाद के चलते आशमा करीब सात माह से अपने मायके में रह रही थी। इसी बीच, उसकी भाभी फरजाना ने चोरी-छिपे उसका रिश्ता अपने भाई जबेर से तय कर दिया।
रविवार को 52 खेड़ी निवासी एक दलाल के माध्यम से आशमा और जबेर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हसनपुर के सुखदेवी इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित विवाह कार्यक्रम में पहुंच गए। अधिकारी निकाह की तैयारी कर ही रहे थे कि तभी आशमा का पहला पति नूर मोहम्मद अपने परिजनों के साथ वहां पहुंच गया। उसने अधिकारियों को बताया कि जो लड़की शादी करने जा रही है, वह उसकी कानूनी रूप से पत्नी है।
फर्जीवाड़े की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई
फर्जी जोड़ा पकड़े जाने की सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मुख्य विकास अधिकारी (CDO) अश्विनी कुमार मिश्रा के निर्देश पर पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन को हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया। सहायक समाज कल्याण अधिकारी को मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों की सख्त चेतावनी
मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि इस योजना का लाभ केवल उन्हीं पात्र लाभार्थियों को मिले, जो वास्तव में इसके हकदार हैं।
बदायूं में भी चर्चा में आया मामला
इस घटना की गूंज बदायूं तक पहुंची है, जहां सामाजिक संगठनों ने इस तरह की धोखाधड़ी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन अब मामले की जांच कर रहा है और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है।