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- स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वेक्षण 2023 परिणाम अपडेट; एमपी इंदौर भोपाल | नवी मुंबई बनाम सूरत

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान हासिल किया।
केंद्र सरकार ने गुरुवार को स्वच्छता सर्वे 2023 का रिजल्ट जारी किया। एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में सातवीं बार इंदौर पहले स्थान पर रहा। सूरत को भी इंदौर के साथ संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला। तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र का नवी मुंबई रहा। भोपाल छठवें से पांचवें नंबर आ गया है।
वहीं एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में महाराष्ट्र का सासवड पहले, छत्तीसगढ़ का पाटन दूसरे और महाराष्ट्र का लोनावाला तीसरे स्थान पर रहा। देश के स्वच्छ राज्यों की कैटेगरी में इस बार महाराष्ट्र को पहला, मध्य प्रदेश को दूसरा और छत्तीसगढ़ को तीसरा स्थान मिला। पिछली बार मध्य प्रदेश पहले स्थान पर था।
गंगा किनारे बसे सबसे साफ शहरों में वाराणसी पहले और प्रयागराज दूसरे स्थान पर रहा। दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पूरी ने इन राज्यों को सम्मानित किया।
2022 के सर्वे में मध्य प्रदेश सबसे साफ स्टेट था
2022 में राजस्थान-महाराष्ट्र को पछाड़ कर मध्यप्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य बन गया था। 100 से अधिक शहरों वाले राज्य में मध्यप्रदेश नंबर-1 पर आया था। वहीं, इंदौर ने सफाई का सिक्सर लगाया था। भोपाल भी सातवें से छठवें रैंकिंग पर आ गया था। 2017 और 18 में भोपाल देश का दूसरा सबसे स्वच्छत शहर था।
वर्ष 2016 में सिर्फ 73 शहर थे। तब भी इंदौर नंबर-1 पर रहा था। अब 4355 शहर इस दौड़ में शामिल थे। फिर भी इंदौर ने नंबर-1 का तमगा हासिल किया। इंदौर वर्ष 2017 से ही देशभर में नंबर-1 पर आ रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में मध्यप्रदेश को कुल 27 सम्मान मिले थे। इसमें 18 शहर स्टार रेटिंग और 9 शहर स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए थे। वहीं, 2021 के सर्वेक्षण में कुल 35 अवॉर्ड मिले थे।