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Manipur Imphal Volunteer Murder; Imphal Valley Strike | इंफाल में वॉलेंटियर की हत्या के खिलाफ 48 घंटे बंद: बाजार-दुकानें नहीं खुलीं; प्रदर्शनकारियों ने सड़कें ब्लॉक कीं, कहा- हत्यारे तुरंत गिरफ्तार हों

इंफाल3 घंटे पहले

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मणिपुर में पिछले 45 दिनों में हिंसा बढ़ी है, जिसमें कुल 39 लोग घायल हुए हैं। - Dainik Bhaskar

मणिपुर में पिछले 45 दिनों में हिंसा बढ़ी है, जिसमें कुल 39 लोग घायल हुए हैं।

इम्फाल पश्चिम जिले के कांगचुप में 17 जनवरी को उग्रवादियों ने गांव के वॉलेंटियर ताखेललंबम मनोरंजन (26) की हत्या कर दी थी। साथ ही एक अन्य स्वयंसेवक मंगशताबम वांगलेन भी गोली लगने से घायल हो गया था, जिसका इलाज चल रहा है। मनोरंजन के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार (20 जनवरी) को घाटी में 48 घंटों का बंद बुलाया गया।

यह बंद जॉइंट एक्शन कमेटी ने बुलाया। जिसके कारण शनिवार सुबह 5 बजे से बाजार, दुकानें बंद रहे।पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी बंद रखा गया। कोंगबा बाजार और लैमलोंग बाजार में बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए। इन लोगों सड़कें ब्लॉक कर दीं। यह बंद सोमवार (22 जनवरी) की सुबह 5 बजे खत्म होगा।

मणिपुर में 3 मई 2023 के बाद से ही कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा जारी है। इसके चलते अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।

सड़कों पर बैठे जॉइंट एक्शन कमेटी के सदस्य।

सड़कों पर बैठे जॉइंट एक्शन कमेटी के सदस्य।

बंद से पहले सरकार को दिया था अल्टीमेटम
जॉइंट एक्शन कमेटी ने गुरुवार 18 जनवरी को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को ज्ञापन सौंपकर हत्यारों को पकड़ने केलिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 48 घंटे का बंद बुलाया गया।

JAC ने यूनिफाइड कमांड चेयरमैनशिप को मणिपुर के मुख्यमंत्री को हस्तांतरित करने, कुकी उग्रवादियों के साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (एसओओ) समझौते को रद्द करने, मणिपुर संकट को हल नहीं कर पाने पर राज्य सरकार को भंग करने और केंद्रीय बलों को हटाने जैसी मांगें भी की हैं।

पिछले 48 घंटों में पिता-पुत्र समेत 4 लोगों की हत्या
मणिपुर में वॉलेंटियर मनोरंजन के अलावा पिछले 48 घंटों के दौरान अलग-अलग घटनाओं में एक व्यक्ति और उसके बेटे समेत 4 लोगों की हत्या कर दी गई। मणिपुर पुलिस ने गुरुवार 18 जनवरी को बताया था कि उग्रवादियों ने बिष्णुपुर जिले में ​​​ओइनम बमोलजाओ (61) और उनके बेटे ओइनम मैनिटोम्बा (35) को मार डाला। साथ ही उसी जिले के स्वयंसेवक थियाम सोमेन (54) की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

मणिपुर में अब तक 200 से ज्यादा मौतें, 1100 घायल
राज्य में 3 मई से कुकी और मैतेई के बीच जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राज्य में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

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