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पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा-कासगंज रेल खंड पर 22 जनवरी से कई ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। मथुरा जंक्शन स्टेशन पर शुरू हुए एनआई कार्य के चलते लगातार 15 दिन के लिए कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। कई ट्रेनों का संचालन सिर्फ मथुरा छावनी स्टेशन तक ही किया जा रहा है।
मथुरा जंक्शन पर 15 दिन के लिए शुरू हुए इस कार्य को लेकर कासगंज-मथुरा रेल खंड की दो दर्जन से अधिक ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। इसमें पहले दिन गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस, लखनऊ-बांद्रा एक्सप्रेस व जयपुर-गोमतीनगर एक्सप्रेस पूरी तरह से निरस्त रहीं। इसके अलावा कासगंज से मथुरा जंक्शन, भरतपुर, अछनेरा के लिए चलने वाली पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन सिर्फ मथुरा छावनी तक किया गया। यात्रियों को इससे दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि पहले से ही ट्रेनों के मथुरा जंक्शन तक निरस्त रहने की सूचना होने के चलते परेशानी के लिए तैयार रहे। हालांकि सोमवार को यात्रियों की संख्या में लगभग 40 फीसदी कम रही।
मथुरा छावनी से लौटा खाली पैसेंजर ट्रेन का खाली रैक
मथुरा-कासगंज रेल खंड की पैसेंजर ट्रेनों का मथुरा छावनी तक ही संचालन होने की वजह से सुबह साढ़े छह बजे मथुरा के लिए रवाना होने वाली पैसेंजर ट्रेन के रैक को खाली ही कासगंज लौटना पड़ा। मथुरा छावनी स्टेशन पर मात्र दो ट्रेनों के रैक खड़े करने की जगह है। ऐसे में सुबह की ट्रेन के रैक को लौटा दिया गया, जबकि साढ़े नौ बजे वाली ट्रेन मथुरा से दोपहर वाली ट्रेन बनकर लौटी। दोपहर में मथुरा पहुंचने वाली पैसेंजर ट्रेन शाम पौने साल वाली पैसेंजर ट्रेन बनकर लौटी। इसके अलावा सुबह 11 बजे मथुरा पहुंची टनकपुर एक्सप्रेस पूरे दिन वहीं खड़े रहने के बाद शाम को टनकपुर के लिए लौटी।