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बदायूँ ऑनर किलिंग: खूंटे में पैंट न फंसती तो बचकर भाग जाता सचिन, 3 साल के प्यार की कहानी का दर्दनाक अंत-स्वदेश केसरी की पड़ताल

नीटू के परिवार के सिर पर खून सवार था...वे जयपाल के पूरे परिवार को मिटा देना चाहते थे।

फ़ोटो: परौली गांव में इसी जगह पर हुई थी प्रेमी युगल की हत्या

बिल्सी:आन की खातिर एक और प्रेम कहानी का खौफनाक अंत हो गया दोनों के बीच करीबन 3 साल से प्रेम संबंध था दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन मंगलवार तड़के उनकी हत्या कर दी गई ऑनर किलिंग में आरोपी मां-बाप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है इस मामले में दो नाबालिक समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

युवती का कछला और युवक का गांव में हुआ अंतिम संस्कार

मंगलवार दोपहर बाद दोनों शवों के पोस्टमार्टम कराए गए। पोस्टमार्टम हाउस पर उनके परिवार वाले और रिश्तेदार पहुंच गए। बताते हैं कि नीतू के शव को उसके रिश्तेदार पोस्टमार्टम हाउस से सीधे कछला गंगा घाट ले गए। वहीं उसका अंतिम संस्कार किया गया जबकि जयपाल के शव को परिवार वाले अपने गांव ले गए और गांव में पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार हुआ।

स्वदेश केसरी की पड़ताल में सामने आया कि बिल्सी थाना थाना क्षेत्र के गांव परौली निवासी जयपाल उर्फ सचिन पुत्र सूरजपाल उम्र 20 साल पुत्र सूरजपाल का पड़ोसी युवती नीतू पुत्री महेश 19 बर्ष से पिछले 3 वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था दोनों अक्सर छत से एक दूसरे से बातचीत करते थे इसी बीच दोनों में दोस्ती हुई यह दोस्ती बाद मे प्यार में बदल गई। बाद में जब इसकी भनक नीतू की परिवार को लगी तो उन्होंने बेटी को समझाया था साथ ही युवक के पिता से भी शिकायत की जिसके बाद दोनों पक्ष में विवाद भी हुआ दोनों पर वंदिसे भी लगाई गई लेकिन वह नहीं माने फोन पर तो बात होती ही थी इसके अलावा दोनों चुप-चुप कर मिलते भी थे इस वजह से सूरजपाल ने अपने बेटे सचिन को नौकरी के लिए हरिद्वार भेज दिया।

जयपाल उर्फ सचिन के परिवार वालों को उसकी जान का खतरा करीब दो साल से था। तब से परिवार वाले उसे घर से दूर रख रहे थे लेकिन वह कभी नीतू से दूर नहीं हुआ। वह अक्सर उससे मोबाइल पर बात करता था।करीब दो साल पहले परौली निवासी जयपाल उर्फ सचिन हरिद्वार में काम करता था। उस वक्त उसकी नीतू से लगातार मोबाइल पर बात होती थी। दोनों ने कुछ ऐसे दोस्त बना लिए थे, जो एक-दूसरे की मोबाइल पर बात करा देते थे।

दो साल पहले जयपाल से मिलने हरिद्वार पहुंच गई थी नीतू

इसी दौरान नीतू घर छोड़कर जयपाल से मिलने हरिद्वार पहुंच गई थी। यह पता लगने पर कि नीतू जयपाल के पास है, दोनों परिवार वालों के बीच खूब विवाद हुआ था। नीतू के परिवार वालों ने धमकी दी थी कि उनकी लड़की लाकर दे दो, नहीं तो वह जयपाल को ढूंढ़कर मार डालेंगे। जयपाल की जान को खतरा देखकर उसके परिवार वाले भी डर गए थे। सूरजपाल हरिद्वार पहुंच कर नीतू को मनाकर अपने साथ ले आये थे। बताते हैं कि उस दौरान सूरजपाल ने महेश से यह भी कहा था कि वह वो अपनी लड़की की शादी किसी और लड़के से शादी कर दें, जिससे दोनों का मिलना बंद हो जाए लेकिन महेश के परिवार वालों ने नीतू की शादी नहीं की।

ग्राम परौली निवासी महेश की तीन संतानों में नीतू सबसे बड़ी थी। उससे छोटे दो नाबालिग भाई हैं। नीतू और जयपाल उर्फ सचिन का पिछले तीन-चार साल से प्रेम संबंध चल रहा था। उनके घर एक-दूसरे के नजदीक हैं। दोनों के घरों के बीच में नीतू के चाचा का ही घर है। इससे वे एक-दूसरे को बचपन से जानते थे। उनके प्रेम प्रसंग की जानकारी परिजनों को भी थी। जयपाल एक माह पहले हरियाणा चला गया था। इस दौरान दोनों की लगातार एक दूसरे से बातचीत होती रही। 31 दिसंबर की शाम जयपाल हरियाणा से लौटकर आया। बताते हैं कि दोनों की एक साथ भागने की योजना थी। इसी के चलते सोमवार रात करीब 10 बजे नीतू अपने घर से तैयार होकर जयपाल के घर पहुंच गई।

इधर जब महेश के परिवार वालों को नीतू घर में दिखाई नहीं दी तो उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। वह रातभर नीतू को तलाश करते रहे। रात दो बजे तक जब उसका कुछ पता नहीं चला तो उन्हें यकीन हो गया कि नीतू जयपाल के घर में हैं। इसके बाद इन्होंने जयपाल के घर की घेराबंदी कर दी। इस दौरान प्रेमी युगल अंदर ही रहा। सुबह करीब 4:30 बजे उन्होंने जयपाल के घर का दरवाजा खटखटाया। तभी नीतू और जयपाल घर से निकलकर भागने लगे। इस पर महेश और उसके परिवार वालों ने दोनों की हत्या कर दी।

बाहर चीख रहा था जयपाल, अंदर से जान की भीख मांग रहा था परिवार

सुबह 4:30 बजे का वक्त था। गांव में कहीं कोई व्यक्ति सड़क पर दिखाई नहीं दे रहा था। उस वक्त सूरजपाल के घर पर आफत टूट पड़ी। जैसे ही प्रेमी युगल घर से बाहर भागा, नीतू के परिवार वालों ने घेर लिया। उस पर लाठी-डंडों और फावड़े से वार करना शुरू कर दिए। जयपाल और घर के अंदर से परिवार वाले उसकी जान बख्श देने की गुहार लगाते रहे लेकिन हत्यारों ने उनकी एक नहीं सुनी।

खूंटे में न फंसती पैंट तो बचकर भाग जाता जयपाल

जयपाल के घर के सामने सड़क पर भैंस बांधने के खूंटे गड़े हैं। दरवाजा खोलने के बाद नीतू और जयपाल घर से निकलकर भागे तो नीतू कुछ आगे निकल गई लेकिन जयपाल की पैंट खूंटे में अटक गई, जिससे वह सड़क पर गिर गया। तभी महेश और उसके परिवार वाले उस पर टूट पड़े। बताते हैं कि नीतू ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन इसी दौरान परिवार वालों ने उसकी भी हत्या कर दी।

सचिन उर्फ जयपाल के पूरे परिवार का सफाया करना चाहते थे हत्यारे

प्रेमी युगल के हत्यारों के सिर पर खून सवार था। वे जयपाल उर्फ सचिन के पूरे परिवार का सफाया करना चाहते थे। उन्होंने घर का दरवाजा भी खुलवाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए।घर के अंदर जयपाल के पिता सूरजपाल, उनकी पत्नी मनीदेवी,व उनके पुत्र कक्षा 12 में पढ़ रहा राममोहन (17), कक्षा नौ में पढ़ रहे रामखिलाड़ी (15) और पुत्री खुशवती (12) थे। वे इतना डर गए थे कि वह जयपाल को बचाने तक बाहर नहीं आए। आरोपी काफी देर तक जयपाल का घर को घेरे रहे। जब वे चले गए और ज्यादा संख्या में ग्रामीण घटनास्थल के पास आ गए तब वो लोग बाहर आए।

जयपाल तीन भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। वह हरियाणा में टैक्सी चलाता था। पिता मजदूरी करते हैं। उनके नाम जमीन नहीं है। पिता और जयपाल की कमाई से ही घर का खर्चा चल रहा था।

राजमिस्त्री है नीतू का पिता

नीतू के पिता की आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं है लेकिन जयपाल के परिवार के मुकाबले वह बेहतर था। उसके नाम करीब 10-12 बीघा जमीन है और वह राजमिस्त्री है। महेश के पिता रामऔतार खेतीबाड़ी देखते हैं। महेश के दो नाबालिग बेटे हैं जो इस वारदात में आरोपी हैं

ऑनर किलिंग के मामले में मृतक जयपाल उर्फ सचिन के पिता की तहरीर पर मृतक युवती के पिता महेश मां भगवती दादा राम अवतार और दो नाबालिक भाइयों के साथ खिलाफ केस दर्ज किया गया है पुलिस ने फिलहाल मां-बाप को जेल भेज दिया। जांच जारी है।

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