विस्तार
अलीगढ़ में सिविल लाइंस क्षेत्र के घनश्यामपुरी इलाके के प्राचीन मंदिर में 19 जनवरी रात किसी असामाजिक तत्व ने काले रंग की प्रभु श्रीराम की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच 20 जनवरी दोपहर यह इसकी जानकारी मिलते ही रामभक्त आक्रोशित हो उठे। मंदिर के बाहर बैकुंठ नगर गुरुद्वारा रोड पर जाम लगा दिया। हंगामेदार प्रदर्शन शुरू हो गया। घंटों तक चले जाम और हंगामे के बाद पुलिस के जैसे-तैसे समझाने पर लोग माने। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से प्रतिमा को बदलवाया है और मामले में मुकदमा दर्ज किया है।
घनश्यामपुरी में गुरुद्वारा रोड पर सालों पुरानी मक्खनलाल धर्मशाला में सौ वर्ष से अधिक पुराना श्रीराम जानकी मंदिर है। यहां काले रंग के श्रीराम परिवार सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाएं विराजमान हैं। धर्मशाला परिसर के पिछले हिस्से में काफी जगह खाली पड़ी है। यहां रात में अक्सर शराब पीने वाले लोगों को जमावड़ा रहता है। 19 जनवरी रात किसी ने प्रभु श्रीराम की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी। सुबह करीब 11 बजे मंदिर पुजारी अश्वनी गौतम रोजाना की तरह वहां साफ-सफाई व पूजा के लिए पहुंचे तो उन्होंने प्रतिमा के पैर क्षतिग्रस्त देखे। उन्होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग जमा हो गए।
खबर पर तमाम भाजपाई, करणी सेना आदि संगठनों के पदाधिकारी पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर में मंदिर के बाहर गुरुद्वारा रोड पर जाम लगा दिया गया। कुछ देर में वाहनों की लंबी कतार लग गई और लोग जयश्रीराम के नारे लगाने लगे। करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा। सीओ तृतीय सहित क्वार्सी, सिविल लाइंस आदि कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। एहतियातन पीएसी भी बुला ली गई। बमुश्किल लोगों को इस बात के लिए समझाया गया कि मुकदमा दर्ज किया जाएगा और प्रतिमा बदलवाई जाएगी। पास के ही एक दुकानदार ने नई मूर्ति की तत्काल व्यवस्था कर दी। तब जाकर लोग शांत हुए। करीब ढाई घंटे बाद हालात सामान्य हुए। इस दौरान करणी सेना के ज्ञानेंद्र चौहान, प्रतीक चौहान, शिवम शर्मा आदि तमाम लोग थे। मामले में मंदिर पुजारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
किसी असामाजिक तत्व ने ये हरकत की है। जिसे सीसीटीवी की मदद से ढूंढा जा रहा है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नई प्रतिमा स्थापित करवा दी गई है। -मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी