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स्‍वामी प्रसाद मौर्य की बेटी भाजपा सांसद संघमित्रा और बेटे समेत 24 के खिलाफ FIR दर्ज,भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अमिता उपाध्याय सहित जिला प्रभारी महिला मोर्चा ने ब्यान को निंदनीय कहा,

बदायूँ /कुशीनगर। पंचायत चाफ के खलवा टोला में मंगलवार शाम सपा व भाजपा की गाड़ियों के आमने-सामने आने के बाद दोनों पक्ष भिड़ गए थे दोनों पक्षों में मारपीट और पथराव में आधा दर्जन लोग घायल हो गए और दोनों पार्टियों के काफिले में चल रहीं दर्जन भर गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इस मामले में भाजपा की ओर से बदायूं की सांसद व स्वामी प्रसाद की पुत्री संघमित्रा मौर्य व पुत्र अशोक मौर्य समेत दो दर्जन लोगों को नामजद किया गया है, जबकि सपा की ओर से तमकुही के ब्लॉक प्रमुख वशिष्ठ उर्फ गुड्डू राय व दुदही के प्रमुख पति लल्लन गोंड समेत एक दर्जन लोगों को नामजद किया गया है।

दूसरी ओर बदायूँ में महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अमिता उपाध्याय ने सांसद संघमित्रा मौर्य द्वारा पिता के चुनाव क्षेत्र फाजिल नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध दिया गया वक्तव्य को पार्टी के विरुद्ध बताते हुए कड़ी निंदा की है। भाजपा महिला मोर्चा के जिला प्रभारी देवदत्त शर्मा ने अपने बयान में कहा है कि सांसद के बयान से बदायूं भाजपा कार्यकर्ताओं को पीढ़ा पहुंची है। हमारी सांसद हमारे परिश्रम से पार्टी नीतियों के कारण सांसद बनी है। पार्टी में रहते हुए उनसे पार्टी उत्थान में कार्य करने की अपेक्षा है।पारिवारिक जीवन जीने के लिए पार्टी का नुकसान नहीं करना चाहिए। हमे उनके वीडियो से दुख पहुंचा है।
संघमित्रा ने भाजपाइयों पर लगाया था घेरने का आरोप
सपा और भाजपा समर्थकों के भिड़ने के कुछ ही देर बाद सपा के धरनास्थल पर बदायूं से भाजपा सांसद व स्वामी प्रसाद की बेटी संघमित्रा मौर्य भी पहुंच गईं। उन्होंने भी भाजपा कार्यकर्ताओं पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि पिता पर हमले की खबर सुनकर वह आ रही थीं तो पिछले चौराहे पर उन्हें भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने घेर लिया था। पुलिस ने उन्हें वहां से निकाला है। इस विवाद से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें सांसद संघमित्रा मौर्य हाथ में डंडा लिए सड़क पर अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ दिख रही हैं। उनके सामने कुछ युवा खड़े हैं, जिन्हें वह अवाज देकर कह रही हैं कि आइए अब तो मैं भी आ गयी। वीडियो में उधर से भी कुछ युवक आते दिख रहे हैं। दोनों पक्षों में नोकझोंक भी होती दिख रही है। हालांकि ‘स्वदेश केसरी न्यूज’ इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

हमलावर गिरफ्तार हों अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर सुनियोजित तरीके से भाजपा के गुंडों द्वारा कातिलाना हमला किया जाना घोर निंदनीय है। भाजपा अपनी करारी हार देखकर बौखला गई है। हमले में शामिल सभी अवांछित तत्वों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए।

बदायूँ जिले के नेताओं पर भी संघमित्रा ने साधा निशाना

मंगलवार को हुए घटनाक्रम के बाद डा. संघमित्रा ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपनी बात रखी। कहा कि पिता के रोड शो पर हमला करने वाले भाजपा प्रत्याशी व नेताओं पर कार्रवाई की माँग की।उन्होंने पहले कहा कि मैंने कहा था कि पिता के प्रचार में नहीं जाऊंगी मगर, अब कहती हूं कि फाजिलनगर की जनता स्वामी प्रसाद का साथ दे।डा. संघमित्रा मौर्य बात तो फाजिलनगर की कर रही थीं लेकिन, बीच में बदायूं के नेताओं पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अब राजनीति का असली मजा आएगा। पहले किसी के खिलाफ नहीं बोलती थीं। अब पिता की लगाम नहीं होगी, भाजपा में स्वतंत्र रूप से काम करूंगी। अभी तक बदायूं में खेला होता रहा, उसे शीर्ष नेतृत्व के सामने रखूंगी। वर्ष 2019 और जिला पंचायत के चुनाव में पार्टी नेताओं ने जो किया, इस चुनाव में जो हुआ, उसके साक्ष्य शीर्ष नेतृत्व को दिखाऊंगी।

संघमित्रा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर होगी कार्रवाई : कुशीनगर के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि भाजपा सांसद संघमित्रा अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में प्रचार कर रही हैं, इसकी सूचना शीर्ष नेतृत्व को पहले ही दे दी गई थी। पिता की हार देखकर वह अनर्गल बयान दे रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं पर उनका आरोप पूरी तरह से मिथ्या है। पिता को जीत दिलाने के लिए वह यह सब कर रही हैं। इससे पार्टी और मतदाताओं पर कोई फर्क पडऩे नहीं वाला है। पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर उन पर कार्रवाई जरूर होगी।

पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के सपाई होने के बाद से भाजपा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य अब दो नावों पर सवारी करती दिख रहीं हैं।सांसद की दो नावों पर चलने की छवि ने पार्टी को बदायूँ में विधान सभा चुनावों में कितना नुकसान पहुंचाया है यह तो 10 मार्च के परिणामों के बाद सामने आने के बाद ही पता चल सकेगा लेकिन कल फ़ाजलनगर में सांसद ने जिस तरह से भाजपा को कठघरे में खड़ा किया है उससे बदायूँ भाजपा कार्यकर्ता अपने आपको ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं, अब बदायूँ भाजपा के सभी छोटे बड़े कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व से सांसद के खिलाफ दबे जबान कार्यवाही की बात करते हैं लेकिन कोई भी कार्यकर्ता ऑन रिकॉर्ड अपनी बात कहने से बचते दिख रहे हैं, सभी को 10 मार्च को आने वाले प्रदेश के नतीजों का इंतजार है ,वहीं सांसद को लेकर शीर्ष नेतृत्व की वेट & वॉच की स्थिति से कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है।

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