माघ के पावन मास में गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आदर्श नगर बदायूँ वासियों द्वारा रविवार को सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा एवं महालक्ष्मी महायज्ञ का के प्रथम दिन का शुभारंभ महिलाओं एवं कन्याओं द्वारा कथा व्यास राजीव कुमार भारद्वाज के कुशल सान्निध्य में कलश यात्रा के साथ हुआ। कलश यात्रा डॉ0विवेक जोहरी के समीप कथा पंडाल से ढोल बाजे के साथ महिलाओं एवं कन्याओं के द्वारा मंगलमय गीतों की मधुर ध्वनि के साथ आदर्श नगर, पवन बैंकट लॉन होते हुए कथा पंडाल पर ही सम्पन्न हुई। शाम को 6 बजे से वृंदावन धाम से पधारे कथा प्रवक्ता आचार्य राजीव कृष्ण भारद्वाज जी के मुखारविंद से सुनाई गयी। जिसमे प्रथम दिन कथा व्यास जी ने कहा जब मानव के कई जन्मों के पुण्य एक साथ उदय होते हैं व परमात्मा की असीम कृपा होती है तब मनुष्य का मन कथा-कीर्तन में लगता है। धन से प्रभु की प्राप्ति नहीं होती है प्रभु तो भाव के भूखे होते हैं। धन वालों को परमात्मा की प्राप्ति होती तो भगवान किसी की तिजोरी में बंद बैठे होते।
भागवत कथा का महात्म्य का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि संसार में सभी दुखी हैं कोई तन दुखी कोई मन दुखी कोई धन बिन रहत उदास, थोड़े-थोड़े सब दुखी, सुखी श्याम के दास


अतः प्रभु की प्राप्ति हेतु अपनी दिनचर्या में प्रभु का स्मरण भजन करने के लिए निर्धारित करना आवश्यक है।
भागवत कथा श्रवण करने से मुक्ति मिलती है इसमें परीक्षित उदाहरण है। पापियों का भी उद्धार होता हैं। इसके लिए उन्होंने गोकर्ण धुंधकारी की कथा सुनाई और बताएं कि धुंधकारी जैसे पापी को कथा सुनने से मुक्ति मिल गई यह सब सद्गुरु की कृपा से ही संभव हो सकता है। इसलिए सभी इसको सच्चे गुरु की शरण ग्रहण कर अपने मानव जीवन को सफल बनाना चाहिए।
गोपाल शर्मा ने समस्त धर्मप्रेमियों से 20 फरवरी तक प्रतिदिन 6:00 से रात्रि 10:00 बजे तक भागवत कथा सुनकर धर्मलाभ उठाने का आह्वान किया।
इस मौके पर यज्ञ आचार्य सुरेंद्र कुमार भारद्वाज (नरवर वाले), ब्रह्मदत्त वशिष्ठ, शशांक गुप्ता, सुमित गुप्ता, उत्कर्ष, देव, अमोल शर्मा समेत समस्त धर्म प्रेमी मौजूद रहे।