प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसका शरीर हमेशा मजबूत और ताकतवर रहे। और शरीर में बुढ़ापा आने तक जवानी का जोश रहे। शरीर को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति को रोजाना दूध का सेवन करना चाहिए। दूध पीने से शरीर को कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस, पोटेशियम, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते है।
इस प्रकार दूध व्यक्ति को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा आज हम आपके लिए एक ऐसी चीज लेकर आए हैं जिसको दूध में मिलाकर पीने से शरीर हमेशा स्वस्थ रहेगा। आइए जानते है। बुढ़ापे तक जवान रहना चाहते हो तो दूध में मिलाकर पिए यह 1 चीज, फिर देखें कमाल।
आज हम आपके लिए जो चीज लेकर आए हैं उसे स्थानीय भाषा में कतीरा कहा जाता है। यह गंधहीन और स्वादहीन औषधि होती है। दूध में रोजाना कतीरा मिलाकर पीने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
हम आपको बताने जा रहे हैं खाने की सामग्रियों में इस्तेमाल होने वाले गोंद की बात। ये पेड़ों से निकलने वाला पीले रंग का चिपचिपा, गाढ़ा लिक्विड होता है। गोंद का नाम सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? कागज और कॉपी-किताब चिपकाने वाली अजीब सी चिपचिपी चीज। गोंद कतीरा गोंद के लिक्विड को सुखाकर बनाया गया सूखा पदार्थ होता है। इसे घरों में अक्सर इस्तेमाल किया जाता है। इसे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। चलिए आपको बताते हैं गोंद कतीरे के फायदे।गोंद का जिक्र लड्डुओं के साथ भी होता है जिन्हें अक्सर प्रेगनेंट महिलाओं को खिलाया जाता है।गोंद कतीरा इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिये गर्मियों में इसका सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है।
गोंद और गोंद कतीरा दोनों है अलग
कई लोग गोंद कतीरा और गोंद को एक समझ लेते हैं. वास्तव में दोनों अलग-अलग हैं. दोनों के विपरीत प्रभाव होते हैं. गोंद जहां शरीर को गर्मी देता है, वहीं गोंद कतीरा शरीर को ठंडा करता है. myUpchar के अनुसार गोंद कतीरा गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान कम करता है.
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दूध और गोंद कतीरा के फायदे
जो व्यक्ति पुरुष कमजोरी से परेशान हैं उन्हें दूध और गोंद कतीरा का सेवन जरूर करना चाहिए। 1 माह तक लगातार दूध में कतीरा मिलाकर पीने से मर्दाना कमजोरी जड़ से खत्म हो जाएगी। और शरीर में स्पर्म की संख्या तेजी से बढ़ेगी।
- कमजोरी दूर करने में फायदेमंद
गोंद कतीरा में प्रोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को ताकत मिलती है। गोंद कतीरा को पानी या दूध में भिगो कर रखें और फिर सुबह मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर पिएं। - पीरियड्स को रेगुलर करने में सहायक -यदि किसी महिला के पीरियड्स नियमित नहीं हैं तो गोंद कतीरा और मिश्री को साथ में पीस कर 2 चम्मच दूध में मिला कर पीने से फायदा होता है। इसके अलावा गोंद के लड्डू भी बना कर खाए जा सकते हैं। यही नहीं बच्चा होने के बाद भी गोंद के लड्डू खाने पर कमजोरी और पीरियड्स की गड़बड़ी भी ठीक हो जाती है।

- वजन घटाने में मददगार -गोंद कतीरा शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है इसके साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसमें हाई फाइबर कंटेंट मौजूद होता है। इसके अलावा ये पेट और पाचन तंत्र में भी सुधार करने के लिए जाना जाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर पर जमा एक्स्ट्रा फैट घटता है।
- आदमियों में लिबिडो बढ़ाता है -गोंद कतीरा के सेवन से आदमियों में सेक्शुअल पावर और इच्छा बढ़ती है। इसके रेगुलर सेवन से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और नाईटफाल की समस्या भी दूर होती

- टॉन्सिल्स में आराम -कुछ लोग टॉन्सिल की वजह से नियमित रूप से परेशान रहते हैं। ऐसे में गोंद कतीरा का सेवन आराम पहुंचाता है। इसमें हरी धनिया की पत्ती का रस मिलाकर नियमित रूप से गले पर लगाना टॉन्सिल्स के दर्द अऊर सूजन में आराम पहुंचाता है। इसके अलावा लगभग 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा पानी में भिगोकर फुला लें और इसे मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पिएं। इससे भी टॉन्सिल्स में आराम मिलता है।
- मुंह के छाले में आराम -मुंह के छाले या अल्सर सूजन, लाली और दर्द पैदा करते हैं। इसे कम करने के लिए गोंद कतीरा का बारीक पिसा हुआ पेस्ट बनाएं और अपने छालों पर लगाएं। ऐसा करने से छालों में तुरंत आराम मिलेगा।

- ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने में सहायक -ऐसा कहा जाता है कि गोंद कतीरा खाने से ब्रेस्ट का आकार बढ़ने में मदद मिलती है। इसके लिये एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच गोंद कतीरा रात भर के लिए भिगोएं। अगली सुबह इस फूले हुए गोंद कतीरे के साथ मिश्री मिला खाए

- लू और हीट स्ट्रोक से बचाव -गर्मियों में लू और हीट स्ट्रोक बहुत खतरनाक होते हैं। इससे शरीर में जलन और लाली पैदा होती है। ऐसे में आप 2 चम्मच गोंद कतीरा 1 गिलास पानी में रातभर के लिए भिगो दें। जब यह फूल जाए तब इसे चीनी में मिक्स कर के खाएं। इसका सेवन गर्मी में लगने वाली लू और हीट स्ट्रोक से बचाता है।
गोंद कतीरा के साइड-इफेक्ट्स
इसका कोई खास साइड इफेक्ट नहीं होता। इसको खाने और लगाने दोनों में इस्तेमाल किया जाता है। गोंद कतीरा का सेवन करने से पहले अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। इससे नसें और आंतें ब्लॉक होने से बचेंगी।
फैट के विकल्प के तौर पर
फूड इंडस्ट्री में लगातार ये कोशिशें की जा रही हैं कि अनहेल्दी फैट को हेल्दी फैट ऑप्शन से बदला जाए। गोंद कतीरा एक ऐसा ही बेहतरीन विकल्प है जिसका प्रयोग बहुत से पैकेज्ड फूड-आइटम्स में सफल पाया गया है। इसकी चिपचिपी तासीर इसे एक अच्छा बाइंडिंग एजेंट बनाती हैं और फूड आइटम्स को भी पहले से कई गुना हेल्दी बनाती हैं।

माइक्रोब्स के खिलाफ
बहुत सी रिसर्च में पाया गया है कि गोंद बैक्टीरिया और अन्य माइक्रो-ऑर्गनिज्म के खिलाफ बहुत असरदार हैं। इसका इस्तेमाल खाने के सामानों को बैक्टीरिया के असर से बचाने के लिए किया जाता है। फिलहाल दुनियाभर की कई लैब्स में गोंद कतीरा के दवाओं के रूप में इस्तेमाल किये जाने को लेकर रिसर्च चल रही है

डायबिटिक लोगों के लिए दवा के कैरियर के रूप में
गोद कतीरा का प्रयोग इन्सुलिन को शरीर में ले जाने वाली कैप्सूल्स बनाने में किया जा सकता है। डायबिटीज के जिन मरीजों को इन्सुलिन इंजेक्शन के जरिए लेना पड़ता है, उनके लिए ये एक बेहतरीन ओरल ऑप्शन है। गोंद की ग्लू जैसी प्रॉपर्टी इसे एक अच्छा कैरियर बनाती है। इस विषय में रिसर्च चल रही है और आने वाले सालों में ये मेडिकल साइंस का कमाल का ब्रेकथ्रू हो सकता है।
गाढ़ापन बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में
फूड आइटम्स में गाढ़ापन बढ़ाने के लिए गोंद कतीरा एक बेहतरीन ऑप्शन है। ये खाने को गर्म करने पर हीट और एसिडिटी में भी स्टेबल रहता है। मार्केट में मिलने वाले सैलड ड्रेसिंग्स, अचार, केचप, मेयोनेज़ आदि के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। इसकी एंटी-एसिडिक प्रॉपर्टी फूड आइटम्स की उम्र बढ़ाती है और उन्हें लम्बे समय तक फ्रेश रखने में मदद करती है।
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