केजरीवाल और गहलोत ने की थी फ्लाइट रद्द करने की मांग
ब्रिटेन में कोविड-19 महामारी (Covid-19 pandemic) के नए रूप से व्याप्त तनाव के बीच सोमवार को सेंसेक्स ने 1,407 अंक का गोता लगाया। वैश्विक बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली
अंश गुप्ता की रिपोर्ट
भारत सरकार ने बहुत बड़ा फैसला लेते हुए ब्रिटेन से भारत आने वाली सभी फ्लाइट पर रोक लगा दी है। ये रोक 31 दिसंबर तक जारी रहेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, सरकार का ये आदेश 22 दिसंबर रात 11:59 बजे से लागू होगा।
भारत सरकार ने बहुत बड़ा फैसला लेते हुए ब्रिटेन से भारत आने वाली सभी फ्लाइट पर रोक लगा दी है। ये रोक 31 दिसंबर तक जारी रहेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, सरकार का ये आदेश 22 दिसंबर रात 11:59 बजे से लागू होगा।
कल रात से पहले भारत आने वाले यात्रियों का होगा RT-PCR
इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उन यात्रियों के लिए निर्देश जारी किए हैं, जो यूके से फ्लाइट में बैठ चुके हैं और 22 दिसंबर की रात 11:59 बजे से पहले भारत पहुंचने वाले हैं। मंत्रालय ने ऐसे यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि ऐसे यात्रियों को RT-PCR टेस्ट के बाद ही एयरपोर्ट से बाहर निकलने दिया जाएगा।
अन्य यूरोपियन देशों से भी आने वाली फ्लाइट हो सकती हैं निलंबित
इसके अलावा केंद्रीय उड्डयन मंत्री ने कहा है कि यूके के साथ-साथ अगर अन्य यूरोपियन देश जैसे कि जर्मनी, बेल्जियम या फ्रांस में नए कोरोना वायरस के फैलाव को लेकर कोई जानकारी मिलती है तो हम इन देशों से भी आने वाली फ्लाइट को निलंबित कर देंगे।
आपको बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारत सरकार से यूके के सभी फ्लाइट को बैन करने की मांग की थी। केजरीवाल ने कहा था कि यूनाइटेड किंगडम में कोरोना के नए स्ट्रेन से हलचल है और वो सुपर स्प्रेडर की तरह काम कर रहा है। ऐसे में भारत सरकार को यूके की सभी फ्लाइट बैन करनी चाहिए। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि यूनाइटेड किंगडम में कोरोना की नई स्ट्रेन की खबर चिंताजनक है, भारत सरकार को इस मामले में तुरंत एक्शन लेना चाहिए और UK, अन्य यूरोपीय देशों से आने वाली फ्लाइट तुरंत बैन करनी चाहिए।
ये देश कर चुके हैं यूके जाने वाली फ्लाइट को बैन
आपको बता दें कि लंदन में कोरोना वायरस की नई किस्म के खतरे को देखते हुए कई यूरोपिय देशों ने यूके जाने वाली फ्लाइटों को रद्द कर दिया है। इनमें फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ऐसे देश हैं, जिन्होंने UK की फ्लाइट पर बैन लगाया है।
ब्रिटेन में कोविड-19 महामारी (Covid-19 pandemic) के नए रूप से व्याप्त तनाव के बीच सोमवार को सेंसेक्स ने 1,407 अंक का गोता लगाया। वैश्विक बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली
बाजार में हाहाकार, एक ही दिन में डूबे निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपये
सेंसेक्स के सभी शेयर नुकसान में रहे। ओएनजीसी के शेयर में करीब 9 प्रतिशत की गिरावट आई। इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एबसीआई, एनटीपीसी, आईटीसी, एक्सिस बैंक और पावरग्रिड के शेयर भी 7 प्रतिशत तक टूट गए। घरेलू शेयर बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली दबाव देखने को मिला। एक दिन में निवेशकों की करीब 7,000 अरब रुपये की पूंजी डूब गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 185 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 178 लाख करोड़ रुपये रह गया।


क्यों आई गिरावट
ब्रिटेन में कोविड-19 को लेकर नई चिंता तथा कोविड-19 के टीकों को लेकर संदेह उठने के बीच वैश्विक स्तर पर निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली सहित कई यूरोपीय देशों ने ब्रिटेन से उड़ानों पर रोक लगा दी है। ब्रिटिश सरकार ने चेताया है कि वायरस का नया प्रकार ‘बेकाबू’ है। ब्रिटेन ने रविवार से लंदन और अन्य क्षेत्रों में सख्त लॉकडाउन लगा दिया है। भारत ने भी 23 से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से भी उड़ानों को स्थगित कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 5.30 प्रतिशत टूटकर 49.49 प्रति डॉलर पर आ गया।
इन 5 कंपनियों की 1.95 लाख करोड़ रुपये की पूंजी स्वाहा
[7:32 PM, 12/21/2020] Pradeep Kumar Sharma: देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का शेयर 2.92 फीसदी गिरावट के साथ 1934 रुपये पर आ गया। इससे कंपनी का मार्केट कैप 13.47 लाख करोड़ रुपये से घटकार 12.26 लाख करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 3.57 लाख करोड़ रुपये से घटकर 3.39 लाख करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 7.77 लाख करोड़ रुपये से घटकर 7.61 लाख करोड़ रुपये रह गया। दिग्गज एफएमसीजी कंपनी आईटीसी का मार्केट कैप 2.64 लाख करोड़ रुपये से घटकर 2.46 लाख करोड़ रुपये और एचडीएफसी का 4.46 लाख करोड़ रुपये से घटकर 4.31 लाख करोड़ रुपये रह गया। कुल मिलाकर इन 5 कंपनियों के मार्केट कैप में 1.95 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई। कुछ मिडकैप स्टॉक्स में 12 फीसदी गिरावट
टाटा पावर का शेयर 10.70 फीसदी की गिरावट के साथ 68 रुपये पर आ गया। केनरा बैंक भी 10.35 फीसदी की गिरावट के साथ 109.10 रुपये पर बंद हुआ। फेडरल बैंक में 9.65 फीसदी की गिरावट आई और इसका भाव 59.95 रुपये रह गया। आरबीएल बैंक का शेयर 9.69 फीसदी गिरावट के साथ 205 रुपये पर आ गया। जीएमआर इन्फ्रा, बीएचईएल, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और एबीएफआरएल में 8 से 10 फीसदी गिरावट आई।