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बदायूं विकास भवन में किसी ने नहीं सुनी बात तो भाइयों ने लगा ली आग, एक गंभीर

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में सहकारिता विभाग के निलंबित सचिव के दो बेटों ने विकास भवन में आत्मदाह का किया प्रयास। एक बेटा गंभीर रूप से झुलसा है तो वहीं दूसरे बेटे को स्थानीय लोगों ने बचा लिया।

बदायूं ।बुधवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो सगे भाइयों ने विकास भवन में आत्मदाह का प्रयास किया। जिसमें एक भाई विपिन गंभीर रूप से झुलस गया। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, जबकि दूसरे भाई मनोज को स्थानीय लोगों ने बचा लिया।

बिसौली कस्बे के रहने वाले राजेंद्र शर्मा सहकारिता विभाग में सचिव हैं। राजेंद्र शर्मा करीब डेढ़ साल पहले गबन के आरोप में निलंबित हुए थे। जिन पर थाना इस्लामनगर में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। उनके खाते बंद कर वेतन और फंड पर भी रोक लगाई गई थी। इसी मामले को लेकर राजेंद्र शर्मा अपने बेटे विपिन, मनोज और पत्नी गुड्डू देवी के साथ लगातार विकास भवन के चक्कर काट रहे थे, लेकिन सहकारिता विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उनकी समस्या का समाधान नहीं कर रहे थे।

गबन के आरोप में निलंबित हुए थे
बिसौली कस्बे के रहने वाले राजेंद्र शर्मा सहकारिता विभाग में सचिव हैं। राजेंद्र शर्मा करीब डेढ़ साल पहले गबन के आरोप में निलंबित हुए थे। जिन पर थाना इस्लामनगर में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। उनके खाते बंद कर वेतन और फंड पर भी रोक लगाई गई थी। इसी मामले को लेकर राजेंद्र शर्मा अपने बेटे विपिन, मनोज और पत्नी गुड्डू देवी के साथ लगातार विकास भवन के चक्कर काट रहे थे, लेकिन सहकारिता विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उनकी समस्या का समाधान नहीं कर रहे थे।

पत्नी ने कहा- जांच में बेकसूर हो चुके हैं साबित
राजेंद्र शर्मा की पत्नी गुड्डू देवी ने बताया कि उनके पति जांच में बेकसूर भी साबित हो गए, लेकिन इसके बाद भी विभाग ने उन्हें बहाल नहीं किया। जिसकी वजह से उन्हें जीवन यापन करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बुधवार को भी राजेंद्र शर्मा अपने बेटे विपिन, मनोज और पत्नी गुड्डू देवी के साथ विकास भवन आए थे। इसी दौरान वहां किसी कर्मचारी से उनकी कोई बात हो गई। इसके बाद दोनों भाइयों ने आत्मदाह का प्रयास किया। जिसमें विपिन बुरी तरह से झुलस गया, जबकि मनोज को लोगों ने बचा लिया। जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है।

मामले में बोलीं सीडीओ
सीडीओ निशा अनंत ने बताया कि दोपहर करीब 1:00 बजे की घटना है। हम सभी अधिकारी विकास भवन में ही थे। सहकारिता विभाग से जुड़े एक कर्मचारी के दो बेटे आए और कुछ ही देर में हंगामा करने लगे और उन दोनों में आपस में कुछ कहासुनी हुई। जिसके बाद उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया। जिसमें एक भाई झुलस गया। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने आज भी किसी अधिकारी से अपनी बात नहीं कही न ही उन्होंने पहले कभी अपनी समस्या के बारे में बताया। सीडीओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस से नहीं की शिकायत
एसएसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि कोई शिकायत नहीं मिली। अगर कोई शिकायत मिलेगी तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि एक युवक के झुलसने की जानकारी मिली है। जिसका इलाज मेडिकल कॉलेज बदायूं में चल रहा है।

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