बिल्सी। तहसील क्षेत्र के ग्राम गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में सप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम सामवेद यज्ञ का आयोजन किया गया। वैदिक विदुषी तृप्ति शास्त्री ने यज्ञ के पश्चात उपदेश करते हुए कहा, “कठोर परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता! दृढ़ निश्चय के साथ कठोर परिश्रम सदैव सुखद परिणाम देता है। सफलता के क्षेत्र भिन्न हो सकते हैं; कोई राजनीति में सफल होता है, तो कोई व्यापार में, कोई कृषि में तो कोई संगीत में, कोई शिक्षा या खेल में तो कोई सेना में सिपाही बनकर या ललित कलाओं में पारंगत होकर अपनी शारीरिक, आत्मिक व सामाजिक उन्नति कर सकता है। कोई कार्य छोटा नहीं होता। अपनी योग्यता व सामर्थ्य के अनुसार लक्ष्य चुनकर दृढ़ निश्चय व कठोर परिश्रम के साथ बढ़ना चाहिए।”
प्रश्रय आर्य, कुमारी मोना रानी, कुमारी ईशा आर्य ने वेद पाठ किया। ईशा आर्य ने सुंदर भजन सुनाया। इस अवसर पर श्रीमती सरोज देवी, श्रीमती कमलेश रानी, श्रीमती गुड्डो देवी, कौशकी आर्य एवं आर्य संस्कारशाला के बच्चे भी उपस्थित रहे।