मनचलों महिलाओं से कर रहे बदतमीज़ी


कस्बा आसफपुर में मंगलवार को मियां की जात का मेला लगता है जिसमें लाखों की तादात में भीड़ आती है। मेला कमेटी द्वारा इन जातियों को मेले में पानी , शौचालय, स्नानगृह आदि की कोई व्यवस्था नही की जाती है जिससे जातियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इस बार मेले में पुलिस की निष्क्रिता के कारण चोर उच्चके ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं, अभीतक जेबकतरे दर्जन भर लोगों की जेबे साफ कर चुके हैं और वहीं महिलाओं के कान में से कुंडल निकाले जा चुके हैं। पीड़ितों द्वारा बताया गया की मेले में जो पुलिस चौकी बनी हुई है। उस पर शिकायत की लेकिन कोई सुनने वाला नही है। पुलिस प्रशासन के निष्क्रिय रहते हुए जेबकतरों और उच्चकों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस प्रशासन मेला कमेटी के कहने पर ही कार्य करता हुआ नजर आता है। इसलिए मेले में जेब कटने और कुंडल निकालने जैसी घटनाएं बड़ रहीं हैं।
देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इन मामलों को देखते हुए क्या एक्शन लेता है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि शासन और प्रशासन द्वारा सरकारी नियमानुसार मेले की परिमिशन दे दी जाती है। लेकिन मेले में सरकारी नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। अगर मेले कोई बड़ी घटना घटित हो जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ?