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कैडेवर फ़र्स्ट टीचर के मानिंद,छात्रों को करनी चाहिए इज्जत

टीएमयू के मेडिकल कॉलेज में एनॉटोमी के छात्र-छात्राओं ने ली कैडेवर की शपथ

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के एनॉटोमी के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने शव-विच्छेदन शुरू करने से पहले कैडेवर – प्रिजर्व्ड बॉडी शपथ ग्रहण की। छात्र-छात्राओं के अलावा कॉलेज के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. एस. के. जैन और छात्र-छात्राओं को यह शपथ डॉ. सुप्रीति भटनागर ने दिलाई। इन छात्र-छात्राओं ने 05 कैडेवर की मौजूदगी में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में नवागत स्टुडेंट्स ने शपथ ली- हम प्रतिज्ञा करते हैं कि मैं हमेशा आपका सम्मान करूँगा/करुँगी क्योंकि आप मेरे पहले एनॉटोमी शिक्षक हो। मैं हमेशा आपकी निजता और गोपनीयता का सम्मान करूँगा/करुँगी। मैं इस ज्ञान का उपयोग समाज की सेवा के लिए करूँगा/करुँगी। मैं अपने कर्तव्य के प्रति न्याय करूँगा/करुँगी। मैं आपका दिल से आभार व्यक्त करता/करती हूँ क्योंकि मुझे सीखने के उद्देश्य के लिए आपके शरीर को दान करने के आपके दयालु और साहसी कार्य का अहसास हुआ। मृत्यु के बाद जीने के इस कार्य के लिए मैं आपका और आपके परिवार का आभारी रहूंगा/रहूंगी। इस दौरान एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 150 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। ओथ सेरेमनी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी सख्ती से पालन किया गया। छात्र-छात्राओं के संग टीचर्स भी मास्क पहने हुए थे।

कैडेवर ओथ के मौके पर वाइस प्रिंसिपल एवं एनॉटोमी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. एस. के. जैन बोले, नेशनल मेडिकल कमीशन-एनएमसी के नए नियमों के मुताबिक अब एनॉटोमी के छात्र-छात्राओं के कैडेवर पेशेंट के समान होगा। इसी पर इन छात्र-छात्राओं को प्रेक्टिस करनी होगी। आप फाउंडेशन कोर्स कर रहे हैं तो आपके लिए नैतिकता बेहद जरूरी है। आप सब यह शपथ इसलिए ले रहे हैं ताकि आप शव दान करने वाले और उसके परिवार का धन्यवाद अदा कर सकें। आप सभी को कैडेवर की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि ये आपका/आपकी पहली शिक्षक है। डॉ. यह भी कहा, कैडेवर के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करना चाहिए, इससे उनके परिजनों को दुःख होता है। डिपार्टमेंट ऑफ़ पैथोलाॅजी की एचओडी डाॅ. सीमा अवस्थी ने बतौर मुख्य वक्ता देह दान पर प्रकाश डालते हुए बताया, हमें कैडेवर का सम्मान करना चाहिए। अपने अनुभव साझा करते हुए बोलीं, जब मैं पढ़ती थी, उस समय कैडेवर शपथ नहीं होती थी। फिर भी मैंने हमेशा कैडेवर का सम्मान किया। एनाटोमी विभाग की प्रो. निधि शर्मा बोलीं, कैडेवर भी कुछ समय पहले जीवित थीं। जिस भावना के तहत उन्होंने अपना देह दान किया है, हमें उनकी इस भावना की कद्र करनी चाहिए। उनके परिजनों की भावनाओं का भी आदर करना चाहिए। बोलीं, देह दान ही श्रेष्ठ दान है। कैडेवर के मौके पर डॉ. हिना नफीस, डॉ. दिलशाद, डाॅ. सोनिया शर्मा, डाॅ. रश्मि भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

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