बिल्सी। बिसौली-बिल्सी रोड स्थित श्री 1008 पदम प्रभु दिगंबर जैन अतिशय तीर्थ क्षेत्र पद्मांचल जैन मंदिर में मंगलवार को तीसरे तीर्थंकर भगवान संभवनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याणक श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जैन अनुयायियों ने भगवान जिनेंद्र स्वामी का मंगल जलाभिषेक और शांतिधारा की।
श्री दिगंबर जैन महासमिति के मंडलाध्यक्ष प्रशांत कुमार जैन ने बताया कि भगवान संभवनाथ के जन्म से पूर्व श्रावस्ती नगरी में छह माह तक रत्नों की वर्षा हुई थी। उनके पिता जितारि और माता शुसेना थीं। उन्होंने युवावस्था में राजकाज और सांसारिक सुख भोगे, लेकिन जीवन की नश्वरता को समझकर मागसिर शुक्ल पूर्णिमा को सहेतुक वन में दीक्षा लेकर कठोर तपस्या की। 14 वर्षों की साधना के बाद कार्तिक सुदी चतुर्दशी को उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष मृगांक कुमार जैन उर्फ टीटू, अरविंद जैन, ज्योति जैन, अभिषेक जैन, शालिनी जैन, प्रियांश जैन सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।