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बदायूं : मीडियाकर्मी से नौकरी और तंत्र-मंत्र के नाम पर 15 लाख की ठगी, ढोंगी बाबा के खिलाफ बदायूं में भी दर्ज हुआ मुकदमा,

ढोंगी बाबा विनय तिवारी पर एक और केस दर्ज

बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र में एक मीडियाकर्मी से नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपित विनय तिवारी उर्फ ढोंगी बाबा, जो पहले से ही बरेली पुलिस द्वारा ठगी के मामले में जेल में बंद है,

हरदोई जिले के साधु वेशधारी विनय तिवारी की ठगी का जाल बरेली तक ही सीमित नहीं था, बल्कि आसपास के कई जिलों तक फैला हुआ था। अब बदायूं में भी उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शहर के आदर्श नगर कॉलोनी निवासी एक युवक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि विनय तिवारी ने सचिवालय में समीक्षा अधिकारी की नौकरी लगवाने का झांसा देकर उससे 15 लाख रुपये ठग लिए।

गीता पाठ के बहाने बनाई साजिश

पीड़ित सौरभ शर्मा ने बताया कि साल 2018 में जब वह आदर्श नगर कॉलोनी में किराए पर रहते थे, तब उनके मकान मालिक के बड़े भाई के घर में विनय तिवारी गीता पाठ कर रहा था। बातचीत के दौरान उसने सौरभ से कहा कि उनके घर में पितृ दोष है और इसे दूर करने के लिए गीता पाठ करवाना जरूरी है। सौरभ उसकी बातों में आ गए और अपने घर पर भी गीता पाठ करवा लिया। इस दौरान विनय ने उनसे 60 हजार रुपये नकद लिए।

समीक्षा अधिकारी की नौकरी का झांसा

गीता पाठ खत्म होने के बाद विनय तिवारी ने दावा किया कि उसकी सचिवालय में ऊंची पहुंच है और वह समीक्षा अधिकारी की नौकरी दिलवा सकता है। इसके लिए उसने 15 लाख रुपये मांगे। नौकरी के लालच में आकर सौरभ ने खेत बेचकर और उधार लेकर उसे पैसे दे दिए। इसके बाद सौरभ ने बरेली में समीक्षा अधिकारी की परीक्षा दी, लेकिन रिजल्ट आने से पहले ही विनय तिवारी ने कहा कि तुम्हारी नौकरी पक्की हो गई है और तुम्हारे फ्लैट की चाबी आ गई है।

फ्लैट की चाबी भी नहीं मिली, नौकरी भी गई

जब सौरभ ने नौकरी और फ्लैट की चाबी के बारे में पूछा तो विनय टालमटोल करने लगा। जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने धमकी दी और फिर अपना फोन नंबर बंद कर लिया। इसके बाद सौरभ लगातार उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। हाल ही में जब उन्होंने अखबार में उसकी गिरफ्तारी की खबर पढ़ी, तब उन्हें पता चला कि वह बरेली के बिथरी थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी के आरोप में पहले ही जेल भेजा जा चुका है।

नौकरी के चक्कर में बेचना पड़ा जेवर और जमीन

आरोपी के झांसे में आकर सौरभ ने अपनी पत्नी के जेवर गिरवी रखकर सात लाख रुपये दिए, जबकि बाकी आठ लाख रुपये उधार और जमीन बेचकर जुटाए। पैसे मिलने के बाद तीन साल तक आरोपी टालमटोल करता रहा और नौकरी का झांसा देता रहा। साल 2021 में उसने तीन लाख रुपये वापस किए, लेकिन बाकी रकम लौटाने से मुकर गया।

महिला से भी की थी ठगी

जांच में यह भी सामने आया है कि विनय तिवारी ने बरेली के नरियावल क्षेत्र की एक महिला से भी लाखों रुपये के जेवर ठग लिए थे। उसने महिला को यह कहकर डराया था कि उनके बेटों की मौत होने वाली है और उन्हें बचाने के लिए इन जेवरों से सुरक्षा कवच बनाया जाएगा।

धमकी देकर डराने की कोशिश

जब सौरभ ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने पहले टालमटोल की, फिर धमकी दी कि अगर ज्यादा बोलोगे तो जान से मारकर लाश गायब कर दूंगा। इस डर से पीड़ित चुप रहा, लेकिन हाल ही में बरेली में बाबा की गिरफ्तारी के बाद उसने हिम्मत जुटाई और एसएसपी से शिकायत की।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

एसएसपी के निर्देश पर वजीरगंज पुलिस ने आरोपी विनय तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी और अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि उसने और किन-किन लोगों से इसी तरह की ठगी की है

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