





इस्लामनगर/बिल्सी। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए मोहित सिंह राठौर का पार्थिव शरीर इस्लामनगर के गांव सभानगर पहुंचा तो पूरे गांव में मातम पसर गया। शहीद की पत्नी समेत पूरे परिवार में चीख-पुकार मच गई और आस-पास के लोग भी गमगीन हो गए। शहीद मोहित सिंह का सैन्य सम्मान के साथ गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
जैसे ही सेना की टुकड़ी शहीद का पार्थिव शरीर लेकर सभानगर पहुंची, वहां हजारों की संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े। शहीद मोहित सिंह की चिता को उनके पिता नत्थू सिंह ने मुखाग्नि दी।
करीब साढ़े आठ बजे, जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव और एसएसपी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह सभानगर गांव पहुंचे। डीएम और एसएसपी ने शहीद की पत्नी रुचि से मुलाकात की। शहीद की पत्नी डीएम को देखकर फफक कर रोने लगीं, तभी डीएम निधि श्रीवास्तव ने एमओआईसी डॉ. रोहित कुमार को बुलाया और शहीद की पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। डीएम ने शहीद की मां और पत्नी को ढांढस बंधाते हुए उनके प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की।
इसके बाद, डीएम निधि श्रीवास्तव और एसएसपी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने नम आंखों से शहीद मोहित सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जिले और क्षेत्र के लोगों ने भी शहीद के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
शहीद मोहित सिंह की शहादत ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। उनकी वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। पूरा गांव और क्षेत्र उनके प्रति कृतज्ञता और सम्मान से भरा है।