बिल्सी तहसील प्रभारी ललित वार्ष्णेय की नज़र में 2024 के जनादेश के क्या हैं मायने पढ़े पूरी खबर।
बिल्सी।भारत की जनता ने अपना जनादेश दे दिया है क्या खूबसूरत जनादेश है एकदम संतुलन कायम करने वाला फैसला दिया है । बता दिया कि लोकतंत्र में आजाद प्रेस अभिव्यक्ति की आजादी सभी आवश्यक हैं इसमें आम आदमी की पूर्ण आस्था है इंडिया गठबंधन को मजबूत कर निरकुंश सत्ता के कार्य करने के तरीकों को जनता ने पसन्द नहीं किया वहीं देश मे बढ़ रही नफरत की राजनीति पर भी रोक लगाने की चेतावनी है यह। इस जनादेश के मार्फत देश की जनता ने बिना कुछ कहे बिना लड़े अपना संदेश सभी पार्टियों को दे दिया है ।
देश की जनता को वर्तमान राजनीतिक दशा पूरी तरह से पसंद नहीं है 2024 का जनादेश सरकार और विपक्ष दोनों के लिए है मेरा भारत सचमुच महान है एक पार्टी के शासन करने के दिन फिलहाल लद गए हैं वन नेशन वन पोल और समान नागरिक कानून जैसे कार्यक्रम फिलहाल रुक जाएंगे प्रधानमंत्री मोदी को गठबंधन सरकार चलाना नया अनुभव होगा उनका स्वभाव भी अलग है अभी तक वह अपनी पार्टी के बहुमत के बल पर डटकर शासन करते रहे हैं जिनके कुछ फैसले खास तौर से विपक्ष की पार्टियों को तोड़ना उन्हें कुचलना जनता को पसन्द नहीं आया इस लिये उसने भाजपा को पूर्ण बहुमत न देकर निरंकुश सत्ता पर लगाम लगा दी है अब मोदी को विपक्ष कमतर आंकना भारी पड़ सकता है अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे अविश्वसनीय साथियों पर बिश्वास कड़ते हुए उनपर निर्भर होना बड़ा कारण है कि देश की जनता अच्छी सरकार चाहती है साथ ही मजबूत विपक्ष भी। विपक्ष के नेताओं के पीछे सारी सरकारी एजेंसियों को छोड़ने से देश मे गलत संदेश गया लोग नहीं चाहते हैं कि विपक्ष को मसल दिया जाए । चुनावों के दौरान मुद्दों पर चुनाव हो। ध्रुवीकरण की राजनीति भी लोगों भारत के आने वाले भविष्य के लिये घातक मानते हुए लगाम लगा दी। भाजपा को केवल हिन्दू मुस्लिम रामन्दिर के सहारे ही सत्ता ।इलने को निरंकुश होना बड़ी बजह माना इसीलिए सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश ने ही दिया है।
प्रदेश की जनता ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को फिर से मजबूत कड़ते हुए सत्तापक्ष के विधायकों सांसदों मंत्रियों को कड़ी चेतावनी भी दे दी है जनता ने बड़े बड़े धुरंधर को जनता ने पटखनी देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया, बहीं प्रधानमंत्री मोदी को मात्र 1लाख पचास हजार की जीत देकर चेता दिया पूरे देश मे गुजरातियों के अलावा भी व्यापारी व्यापार करते हैं। अयोध्या सहित आसपास की सभी सीटों पर भाजपा बुरी तरह हार गई भावनात्मक मुद्दों पर रोजमर्रा के मुद्दे हावी दिखे ।
नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं यह कीर्तिमान उनसे पहले केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्राप्त था लेकिन इसमें बड़ा अंतर है नेहरू की तीसरी बार दो तिहाई बहुमत से प्रधानमंत्री बने थे जबकि नरेंद्र मोदी की पार्टी बहुमत के लिए दूसरों पर निर्भर है खुशी है कि भारत में चुनावी लोकतंत्र जिंदा है और सभ्य तरीके से नई सरकार का गठन होने जा रहा है विपक्ष को अपनी लापता आवाज मिल गई है और नरेंद्र मोदी को सत्ता को हथियार बनाकर इस्तेमाल करने के तरीके में बदलाब लाने के लिये जनता जनार्दन ने सावधान कर दिया है। जनता ने कहा है कि 5 साल बाद आखिर में हम ही मालिक हैं गजब का जनादेश है की ना कोई हारा है और ना कोई जीता है। दोनों खुशियां मना रहे दोनों गम में हैं, वहीं नकारा भृष्ट व अपने को मोदी योगी के बल पर राजा समझने वाले जनप्रतिनिधियों को सत्ता से बेदखल कर बाकी बचे जनप्रतिनिधियों को कड़ा संदेश दिया है।