बदायूं। शहर की पॉश कॉलोनियों में शुमार मधुबन काॅलोनी में हालात गांव से भी खराब हैं। यहां बिना बारिश के जलभराव हो रहा है। नालियों का पानी सड़क पर है। आवागमन में मुश्किल हो रही है। बार-बार शिकायत कर आजिज आए लोगों ने रविवार सुबह आंदोलन करने की चेतावनी दी तो नगर पालिका के अवर अभियंता (जेई) ने फोन पर जल निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था कराए जाने का आश्वासन दिया।
मधुबन काॅलोनी में 500 से अधिक परिवार हैं। बच्चों को स्कूल जाना हो या फिर नौकरीपेशा को ड्यूटी, उन्हें गंदे पानी से होकर ही गुजरना पड़ता है। कॉलोनी वाले नगर पालिका को दो साल से इस समस्या से अवगत कराते आ रहे हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका। रविवार को कॉलोनी में एकत्र लोग आंदोलन की तैयारी में जुटे तो किसी ने नगर पालिका के अधिकारियों को सूचना दे दी।
तुरंत ही जेई कृष्ण गोपाल ने क्षेत्र के लोगों से फोन पर वार्ता की। बताया कि कॉलोनी का गंदा पानी रेलवे के तालाब की ओर जाता है। इसमें सिल्ट पट गई और जलकुंभी भी है। इससे जल निकासी बाधित हो रही है। जेसीबी लगाकर वह जल निकासी का रास्ता बनाएंगे। आचार संहिता खत्म होने के बाद समस्या के स्थायी समाधान पर काम होगा।
दो साल से नहीं निकल रहा है समाधान
मधुबन कॉलोनी में पिछले दो साल से हालात खराब चले आ रहे है। पहले यह पानी रेलवे लाइन के सहारे स्थित एक तालाबनुमा जगह में जाता था, लेकिन बाद में वहां पर निर्माण होने की वजह से पानी उधर नहीं जा पा। दूसरी जगह छोटी थी, वह पूरी भर गई है। इसकी वजह से अब पानी सड़कों पर भरने लगा है। इसके स्थायी निस्तारण अभी नहीं कराया गया है। तीन माह से बहुत ज्यादा दिक्कत है।
पिछले तीन महीने से दिक्कत कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। इसको लेकर कई बार मौखिक शिकायत की, लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
-राजकुमार, मधुबन कॉलोनी
जलभराव की समस्या को लेकर कई बार पालिका के कार्यालय गए। अधिकारियों से मिले, लेकिन समाधान नहीं मिला। घर से निकलना दुश्वार हो रहा है। -राम सिंह मौर्य, मधुबन कॉलोनी
मधुबन कॉलोनी के बारे में जानकारी मिली थी। जेई की कॉलोनी वालों से फोन पर बात हुई था, वह मौके पर भी गए थे। उनका कहना है कि अब तक जहां पर पानी जा रहा था, वहां पर जलकुंभी आदि उग आई है। उसको निकलवाया जाएगा। चुनाव बाद स्थायी समाधान कर दिया जाएगा। -अरुण कुमार, ईओ, सिटी मजिस्ट्रेट
रामसिंह मौर्य।
रामसिंह मौर्य।