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बदायूं जिले की सियासत के मुद्दों और मिजाज में 2017 से 2024 के बीच काफी बदलाव आया है। सात साल के अंतराल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार बदायूं के उसी हरप्रसाद पटेल ग्राउंड में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे, जहां वह 11 फरवरी 2017 को आए थे। अंतर सिर्फ इतना होगा कि तब वह विधानसभा उम्मीदवार के समर्थन में आए थे और अब लोकसभा उम्मीदवार के समर्थन में आ रहे हैं।
पीएम मोदी ने 2017 में बदायूं के पिछड़ेपन का मुद्दा उठाते हुए सपा के मुलायम सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, अखिलेश यादव पर सियासी वार किए थे। उनकी चुनावी सभा के बाद मार्च 2017 में मतदान हुआ था। सदर क्षेत्र से महेश गुप्ता, दातागंज से राजीव कुमार सिंह, बिल्सी से आरके शर्मा, बिसौली से कुशाग्र सागर, शेखूपुर से धर्मेंद्र शाक्य उस चुनाव में जीते थे, पर सहसवान सीट को भाजपा नहीं जीत सकी थी। भाजपा के पास 2012-17 में एक भी सीट नहीं थी। फिर 2019 में लोकसभा के चुनाव हुए तो सपा के गढ़ को चुनौती देकर संघमित्रा मौर्य भाजपा की सांसद निर्वाचित हुईं।
अब 2024 में भाजपा को सीट बचानी है। इस बीच पीएम मोदी का दौरा हो रहा है। वह 25 अप्रैल को बदायूं और आंवला लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के समर्थन में रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा के जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब 2017 में आए थे तब भी वह मंच पर थे और व्यवस्थाएं संभाली थीं। अब भीड़ अधिक होगी। उसके हिसाब से ही तैयारियां की जा रहीं हैं।