बदायूं/ सहसवान। मंगलवार की शाम तेज रफ्तार में आई आंधी ने पेड़ों को जड़ से गिरा दिया। कई जगह-जगह बिजली के खंभे व तार के टूटने से आधे शहर के अलावा 250 से अधिक गांव के 60 हजार घर अंधेरे में डूब गए। अधिकांश क्षेत्रों की देर रात तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
सुबह से तेज धूप और गर्मी से लोग काफी परेशान थे। शाम 4.30 बजे अचानक मौसम में बदलाव के साथ ही 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी आई। तेज आंधी आते ही बिजली लाइनों में फाल्ट आने से बिजली गुल हो गई। शहर में सिविल लाइंस, नेकपुर, पाल नगर, प्रेमनगर, जिला अस्पताल आदि जगहों पर रात आठ बजे तक बिजली नहीं आई। सड़कों पर अंधेरा छा गया। इसकी वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। बिजली न आने से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया, जिससे रात भर लोगों की नींद उड़ी रही।
सैदपुर में तेज हवा के साथ मौसम खराब होने की वजह से ऊर्जा निगम ने सैदपुर फीडर से चार बजे ही बिजली आपूर्ति बंद कर दी। बताया जा रहा है कि बिजली गुल होने से 40 गांव में अंधेरा छा गया। रात करीब नौ बजे तक बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं की जा सकी थी।
सहसवान क्षेत्र में भी शाम करीब छह बजे बिजली आपूर्ति बंद हो गई। यहां भी 44 गांव अंधेरे में डूब गए। रात नौ बजे तक आपूर्ति नहीं मिल सकी। 33 हजार की लाइन में फॉल्ट होने की बात अधिकारी बता रहे हैं।
बिसौली में तेज हवा के चलते से रात आठ बजे बिजली गुल हो गई। इससे 40 गांव में अंधेरा फैल गया। रात करीब नौ बजे तक बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो सकी।
बिल्सी क्षेत्र में भी आंधी के चलते बिजली आपूर्ति लगभग रात आठ बजे बंद कर दी गई। इससे यहां के फीडर से जुड़े 35 गांव में अंधेरा छा गया। वहीं अलापुर क्षेत्र के 20 गांव और दातागंज क्षेत्र के 40 गांव भी अंधेरे में डूब गए। यहां भी तीन घंटे से अधिक आपूर्ति बंद होने की बात सामने आई है।
कछला में आंधी आते ही अंधेरा छाया
कछला। मंगलवार को शाम पांच बजे आंधी आते ही अचानक बिजली गुल हो गई। लाइनमैन शफी ने बताया कि रातभर बिजली ठप रहने की संभावना है। बुधवार को दिन में फाल्ट ठीक कराएंगे।
अस्पताल में नहीं चला जनरेटर, मरीजों का हाल रहा बेहाल
बदायूं। जिला अस्पताल को निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति मिल सके इसके लिए अलग से फीडर बनाया गया है। यहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने का आदेश है। बावजूद इसके आए दिन बिजली गुल रहती है। मंगलवार को शाम चार बजे अचानक बिजली गुल हो गई। रात नौ बजे तक मरीज और तीमारदार बिजली का इंतजार करते रहे। रोशनी के लिए मोबाइल फोन की लाइट जलाकर तीमारदारों ने काम चलाया। गर्मी में तीमारदारों ने हाथ के पंखे हवा की तो कहीं जाकर मरीजों को चैन मिला। छह घंटे बिजली गुल रहने के बाद जिला अस्पताल प्रशासन ने जनरेटर नहीं चलाया। संवाद
आंधी की वजह से आपूर्ति प्रभावित हुई है। शहर में अधिकतर स्थानों पर आपूर्ति बहाल कर दी गई है। जहां आपूर्ति नहीं आई है, वहां लाइनें दुरुस्त की जा रहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्र के कुछ फीडरों पर फाल्ट हुए हैं, जिन्हें सुबह ठीक कराएंगे। आपूर्ति सुचारू तरीके से शेड्यूल के मुताबिक दी जाएगी।- अखिलेश कुमार, अधीक्षण अभियंता
मंगलवार को दोपहर बाद धूल भारी आंधी में सड़क किनारे लगी दुकानें समेटते दुकानदार। संवाद
मंगलवार को दोपहर बाद धूल भारी आंधी में सड़क किनारे लगी दुकानें समेटते दुकानदार। संवाद