बदायूं में शनिवार सुबह सरकारी आवास में सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय (29) का शव फंदे से लटका मिला। पुलिस के मुताबिक जज के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट के बारे में कोई भी अधिकारिक रूप से बयान देने को तैयार नहीं है, लेकिन कुछ अधिकारियों का कहना है कि महिला जज ने अपना सुसाइड नोट अंग्रेजी में लिखा है।
इसमें उन्होंने लिखा है कि उनकी मौत का जिम्मेदार कोई नहीं है। वह काफी तनाव महसूस कर रहीं हैं। उनका सुसाइड नोट परिवार वालों के भी गले नहीं उतर रहा है। न्यायालय से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर जज किस परेशानी से जूझ रहीं थीं, उन्हें क्या दिक्कत थी। उन्होंने कभी परिवार वालों या अपने साथियों से इसका जिक्र नहीं किया था।
शुक्रवार रात 11 बजे तक मोबाइल पर करती रहीं थी बात
पड़ोस में रहने वाले लोगों के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 11 बजे तक महिला जज ज्योत्सना राय किसी से मोबाइल पर बात करती रहीं थीं। जिस दौरान वह मोबाइल पर बात कर रहीं थीं, उस वक्त उनके आवास से काफी तेज आवाजें आ रहीं थीं। लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा था कि उनकी किसी से मोबाइल पर बहसबाजी चल रही थी। आवाज से लग रहा था कि वह काफी गुस्से में थीं।
पेशकार को बुलाकर चेक कराया सुसाइड नोट
महिला जज के कमरे मिले सुसाइड नोट के बाद एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने उनके पेशकार को मौके पर बुलाया था। उन्हें सुसाइड नोट दिखाया गया और महिला जज के हस्ताक्षर दिखाए। पेशकार ने महिला जज की ही लिखावट और हस्ताक्षर बताए। बताया जा रहा है कि मौके से मिला सुसाइड नोट फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। उसकी जांच कराई जाएगी।
पिता बोले- ‘मजबूत थी मेरी बेटी, नहीं कर सकती आत्महत्या’
सरकारी आवास में फंदे से लटकी मिली महिला जज के पिता अशोक कुमार राय का कहना है कि उनके परिवार में कोई भी व्यक्ति इतना कमजोर नहीं है और न ही उनकी बेटी कमजोर थी। वह बहुत मजबूत थी और किसी भी कीमत पर आत्महत्या नहीं कर सकती। उसकी हत्या हुई है। देर शाम उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रात आठ बजे महिला जज का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।