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आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर किए जाने का फैसला 25 नवंबर 2023 को केंद्र सरकार ने किया था।
लद्दाख में आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर किए जाने पर लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन के विरोध जताया है। उनका कहना है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और सरकारी विभागों में धार्मिक नामों और प्रतीकों का उपयोग करना असंवैधानिक और अस्वीकार्य है।
बौद्ध एसोसिएशन के विरोध पर लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन और चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसलर का पद संभाल रहे बीजेपी नेता ताशी ग्यालसन ने उपराज्यपाल रिटा. ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा को लेटर लिखा है। उन्होंने लिखा है कि सेंटरों के नाम बदलने से जनता के बीच नाराजगी है। इस पर विचार किया जाए।
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश का हवाला देते हुए लिखा है कि यह निर्धारित किया गया था कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर को राज्य भाषाओं में ट्रांसलेट किया जा सकता है। ऐसे में किसी संस्थान का नाम बदलना बहुत संवेदनशील मामला है। जनता की भावनाओं का सम्मान करना जरूरी है।

लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन अध्यक्ष ने उठाया है मुद्दा
लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन के अध्यक्ष चेरिंग दोरजे ने लेह और कारगिल की लद्दाख ऑटोनोमस काउंसिल को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि सरकारी चिकित्सा सहायता केंद्रों का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर रखना दुर्भाग्यपूर्ण है और लद्दाख के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के समान है।
उन्होंने आगे लिखा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और सरकारी विभागों में धार्मिक नामों और प्रतीकों का उपयोग करना असंवैधानिक और अस्वीकार्य है। लद्दाख बौद्ध संघ इसलिए LAHDC लेह और LAHDC कारगिल से आवश्यक कार्रवाई करने और मामले को उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाने का अनुरोध करता है।
लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन इस क्षेत्र का सबसे शक्तिशाली धार्मिक समूह है जो संविधान की छठी अनुसूची के तहत लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा और सुरक्षा उपायों की मांग कर रहा है।

आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नाम बदलने का फैसला नवंबर 2023 को किया गया था।
31 दिसंबर 2023 को दिया था नाम बदलने का निर्देश
आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर करने का निर्णय पिछले साल नवंबर में केंद्रीय हेल्थ और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लिया गया था। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 31 दिसंबर 2023 इसे लागू करने का आदेश दिया था।
अब लद्दाख बौद्ध संघ मंदिर लिखे आयुष्मान भारत हेल्थ और वेलनेस केंद्रों के बोर्ड पर आपत्ति जता रहा है। साथ ही इसे बदलने का कह रहा है।

10 लाख रुपए तक का फ्री इलाज
केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना (पीएम जन आरोग्य योजना, पीएम-जय) के तहत 5 लाख रुपए तक का फ्री इलाज मिलता है। अब इस राशि को 10 लाख रुपए किए जाने पर काम चल रहा है।इस योजना के लिए कुछ पात्रता निर्धारित की गई है। यह पात्रता रखने वाले लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
आयुष्मान योजना के लिए पात्रता जांचने के लिए आप 14555 पर काल कर सकते हैं। इसके अलावा आप pmjay.gov.in साइट के जरिए भी अपनी पात्रता चेक कर सकते हैं। योजना में पुरानी बीमारियां भी कवर होती हैं।
किसी बीमारी में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च इसमें कवर होते हैं। ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च इसमें कवर होता है। सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज जैसी चीजें इसमें शामिल हैं। इस योजना के तहत अब तक साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा लोग अपना इलाज करा चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें…