
राम मंदिर के गर्भ गृह की यह एक्सक्लूसिव तस्वीरें मंगलवार को क्लिक की गई हैं। इनमें रामलला की प्रतिमा स्थापना की जगह भी दिखाई दे रही है।
अयोध्या में राम मंदिर के गर्भ गृह की एक्सक्लूसिव तस्वीरें सामने आई हैं। रामलला का आसन मकराना संगमरमर से बनाया गया है। इसमें रामजी की खड़े स्वरूप में प्रतिमा स्थापित होगी। वहीं, इस आसन के नीचे करीब 4 फीट ऊंचा सोना जड़ित सिंहासन होगा।
इसके अलावा गर्भगृह में 14 सोने के दरवाजे की स्थापना पूरी हो चुकी है। राम मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने के दरवाजे करीब 12 फीट ऊंचे और 8 फीट चौड़े हैं। अगर पूरे मंदिर की बात की जाए तो 46 दरवाजे लगाए जाएंगे। 16 जनवरी (मंगलवार) से प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं, जो 21 जनवरी तक चलेंगे। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर के अभिषेक समारोह में शामिल होंगे।

राम मंदिर में कुल 46 दरवाजे लगाए जाएंगे। इनमें 14 सोने के दरवाजे हैं, जिनका काम पूरा हो चुका है।
चैलेंज से भरा था मंदिर के फर्श का काम
डिजाइनर रोहित कहते हैं मंदिर के फर्श बनाते समय सबसे बड़ा चैलेंज था कि गर्भगृह के बगल में बने प्रदक्षिणा मार्ग को कैसे बनाया जाए। गर्भगृह से सटा प्रदक्षिणा मार्ग 1800 स्क्वायर फीट में फैला है और यह गोलाकार है। ऐसे में मोटे मकराना पत्थर को गोलाई में काटकर लगाना बेहद चुनौती पूर्ण था।
पत्थर को गोल आकार देने के लिए हमने उसे 118 प्रकार से काटा, तब जाकर मंदिर का गोल फर्श तैयार हुआ। यह सब रामलला के आशीर्वाद से मुमकिन हो पाया है।
मंदिर का काम देखने लायक होगा
मंदिर के फ्लोर डिजाइनर और राना मार्बल्स के को-ओनर रोहित कहते हैं, “मंदिर की फ्लोरिंग का काम हमें नवंबर 2022 में मिला। नवंबर से लेकर मार्च तक हमने प्योर मकराना पत्थर के लॉट्स राजस्थान से अयोध्या पहुंचाए। मार्च 2023 से लेकर अब तक मंदिर की फ्लोरिंग में जुटे रहे हैं। फर्श पर नक्काशी से लेकर इस पर स्टोन एम्ब्रॉयडरी जैसे काम हमारी कंपनी के 120 वर्कर्स ने मिलकर किए हैं।”
“सबसे महत्वपूर्ण बात है कि मंदिर के गर्भ गृह में रामलला जिस आसन पर विराजमान होंगे, उस पर भी हमारी कंपनी का ही मार्बल है। मंदिर निर्माण में हम इतना योगदान दे पा रहे हैं, यह किसी सौभाग्य से काम नहीं। मंदिर की फ्लोरिंग में सफेद संगमरमर के साथ-साथ हमने कई कलरफुल स्टोंस लगाए किए हैं। रात की रोशनी जब इन पत्थरों पर पड़ेगी, तब ये चमकेंगे, जिसका नजारा दुर्लभ होगा।”

मकराना संगमरमर से निर्मित आसन शिला (पेडेस्टल) पर ही रामजी की खड़े स्वरूप में प्रतिमा प्रतिस्थापित होगी। वहीं, इस आसन के नीचे करीब 4 फीट ऊंचा सोना जड़ित सिंहासन होगा।
पूरी फ्लोरिंग के लिए 50 हजार स्क्वायर फीट मार्बल लगा
मंदिर में मार्बल की फ्लोरिंग कर रही कंपनी राना मार्बल्स के मालिक धर्माराम कहते हैं, “राजस्थान का सौभाग्य है कि राम मंदिर में मकराना की खदानों से निकलने वाले सफेद मार्बल का इस्तेमाल हो रहा है। इसके फर्श के अलावा गर्भगृह में नक्काशी का काम हमारी कंपनी को मिला है। सफेद मार्बल स्लैब 35mm मोटाई का लगाया गया है। पूरी फ्लोरिंग के लिए कुल 50,000 स्क्वायर फीट मार्बल इस्तेमाल हुआ है।”

यह गर्भगृह के फ्लोर की तस्वीर है।
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ट्रस्ट ने रामलला के वस्त्र सीएम योगी को सौंपे
हेरिटेज एंड हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा तैयार श्री रामलला के वस्त्रों को आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा गया। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में ट्रस्टी भैया जी जोशी समेत कई अन्य सदस्य भी मौजूद रहें। ट्रस्ट ने रामलला का यह वस्त्र 2 लाख भक्तों ने दो-दो धागे के सहयोग से बनाया है।
सीएम ने कहा, नए भारत की नई अयोध्या आ चुकी है, हर कोई अयोध्या जाने के लिए इच्छुक हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद हेलिकॉप्टर सेवा भी शुरू करेंगे। जिससे 40 मिनट में रामनगरी पहुंचा जा सकेगा।
योगी ने कहा, अब अयोध्या में कोई गोली नहीं चलाएगा कोई कर्फ्यू नहीं लगेगा। गोली नहीं लड्डू के गोले मिलेंगे। किसी को धैर्य नहीं खोना है।

हेरिटेज एंड हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा तैयार श्री रामलला के वस्त्रों को 16 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा गया।
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