- भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरे टेस्ट में 7 विकेट से हराया। सीरीज 1-1 से बराबर रही। डीन एल्गर का टेस्ट करियर खत्म।
- दक्षिण अफ़्रीका पहली पारी – 55, दूसरी पारी-176, भारत पहली पारी – 153, दूसरी पारी – 80/3
- मैच में 7 विकेट लेकर मोहम्मद सिराज बने प्लेयर ऑफ़ द मैच, बुमराह को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का ख़िताब


भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में गुरुवार, 4 जनवरी को 7 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर रही। केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में खेला गया दूसरा टेस्ट केवल 107 ओवर चला। भारत को जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य मिला था। उसने यह टारगेट 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
रोहित शर्मा 17 और श्रेयस अय्यर 4 रन बनाकर नाबाद रहे। यशस्वी जायसवाल 28 रन बनाकर आउट हुए। शुभमन गिल 10 और विराट कोहली 12 रन बनाकर आउट हुए। कगिसो रबाडा, नांद्रे बर्गर और मार्को यानसेन ने 1-1 विकेट लिए। टेस्ट मैच के पहले दिन बुधवार, 3 जनवरी को 23 विकेट गिरे थे। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी, लेकिन उसकी पहली पारी 55 रन पर ही सिमट गई।
भारतीय टीम भी बहुत बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई और 153 रन ही बना पाई। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में ओपनर एडेन मार्कराम के शतक (103 गेंद, 106 रन, 17 चौके, 2 छक्के) की बदौलत 36.5 ओवर में 176 रन बनाए। इस तरह उसे 78 रन की लीड मिली।
आखिर पहले दिन के खेल में 23 विकेट गिरना हर रोज या दशक नहीं बल्कि सदियों में एक बार होता है.टीम इंडिया के लिए मात्र शून्य के स्कोर पर आखिरी 6 विकेट खोना तो उनके क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है.
मेज़बान टीम के बल्लेबाज़ी कोच (सलाहकार) एश्वेल प्रिंस जब प्रेस कांफ्रेस में आये तो इस पिच का बचाव करने के लिए उनके पास किसी तरह का जवाब नहीं था.
भारत पहली बार केपटाउन में टेस्ट मैच जीता। वह इस ग्राउंड पर टेस्ट मैच जीतने वाले पहला एशियाई देश बना। इस मैच के साथ ही डीन एल्गर का अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हुआ। उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट में अपने देश का नेतृत्व किया। पहला टेस्ट साउथ अफ्रीका ने पारी और 32 रन से अपने नाम किया था। मोहम्मद सिराज प्लेयर ऑफ द मैच रहे। डीन एल्गर और जसप्रीत बुमराह संयुक्त रूप से प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे।
लेकिन अगर इस नाटकीय टेस्ट को जीतकर टीम इंडिया को अगर सिरीज़ बराबरी का सपना पूरा करना है तो एक बार फिर से रोहित और विराट के बल्ले से ही नहीं बल्कि उनके अनुभव और सूझबूझ और मार्ग-दर्शन की ज़रुरत भारत के युवा बल्लेबाज़ों को होगी.
इन सबसे भी ज़्यादा अहम ये सवाल कि क्या कोहली और रोहित शर्मा अपने टेस्ट करियर में क्या एक बार भी बिना टेस्ट सिरीज़ साउथ अफ्रीका से हारे वापस देश लौट सकते हैं?यही आखिरी सवाल टीम इंडिया के दो दिग्गजों के लिए शायद सबसे बड़ी बात हो इस टेस्ट का नतीजा भारत के पक्ष में कर दे.