बदायूँ।श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर नगर के गुरुद्वारा नगर के गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा पंजाबी मोहल्ले मे श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज जी का प्रकाश उत्सव बड़े हर्ष वा उल्लास से मनाया गया।








गुरु नानक सिंह सभा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में शुरू किए गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। गुरु चरणों में सुख शांति व सरबत की भलाई के लिए के लिए अरदास की गई। रागी जत्थे ने कीर्तन से संगत को गुरबाणी से जोड़ा। आज सवेरे सर्वप्रथम हजूरी रागी जत्था सरदार परमजीत सिंह सुरजीत सिंह जी द्वारा आसा दी वार का कीर्तन किया गया उसके उपरांत 2 दिन से चल रहे श्री अखंड पाठ साहब की समाप्ति हुई एवं आरती हुई इसके बाद जोधपुर से पधारे हुए ज्ञानी मनिंदर सिंह जी ने श्री गुरु गोविंद सिंह जी के बारे में कथा श्रवण कराई जिसमें उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी का पूरा जीवन परिचय एवं उनके द्वारा हिंदू धर्म को बचाने के लिए किए गए बलिदानों के विस्तार से चर्चा की। इसके उपरांत रागी जत्था भाई अमरजीत सिंह जी बाजपुर वालों द्वारा कीर्तन गायन किया गया जिसमें उन्होंने बहुत से शब्द गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन से संबंधित सुनाए।
शोभायात्रा में प्रसाद वितरण करने वालों का किया सम्मान
नगर में शोभायात्रा के दौरान प्रसाद वितरण करने वालों का गुरुद्वारा साहब के प्रधान श्रीमती रजनी अनेजा एवं मनजीत सिंह जी द्वारा सम्मानित किया गया। इसके अलावा विशेष सहयोग करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया । सोमवार की शाम के दीवान में गुरमत ज्ञान प्रतियोगिता में जिन 88 बच्चों ने भाग लिया उन सभी को सिंह हवेली परिवार द्वारा सम्मानित किया गया
इस अवसर पर गुरुद्वारा साहब के महासचिव सरदार गुरदीप सिंह ने बताया कि हिंदू धर्म को बचाने के लिए गुरु गोविंद सिंह जी ने 9 साल की उम्र में अपने पिता श्री गुरु तेग बहादुर का बलिदान करवाया था एवं अपनी जवानी के दिनों में अपने छोटे-छोटे बच्चों को युद्ध में एवं दीवार में चुनवा करके हिंदू धर्म की रक्षा की। मंच का संचालन गुरुद्वारा साहब के महासचिव सरदार गुरदीप सिंह जी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत वैभव लॉन में लंगर का आयोजन किया गया जहां हजारों की संख्या में संगत ने लंगर ग्रहण किया।




आज के समागम में श्रीमती रजनी अनेजा मनजीत सिंह गुरदीप सिंह रणजीत सिंह हरभजन सिंह संजय कोचर सुभाष कोचर सतनाम सिंह सुरजीत सिंह साहिल खुराना जीत सिंह जुनेजा उमेश अरोड़ा गुरप्रीत सिंह ढींगरा आदि सहित बहुत सी संगत का सहयोग रहा। अंत में गुरुद्वारा साहब की प्रधान श्रीमती रजनी अनेजा द्वारा आई हुई समूह संगत का धन्यवाद किया गया।