मध्यांचल विद्युत वितरण लिमिटेड के डायरेक्टर (कार्मिक एवं प्रशासन) प्रदीप कक्कड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया है। इसको चेयरमैन एम देवराज ने स्वीकार भी कर लिया है। प्रदीप कक्कड़ इससे पहले लेसा ट्रांस गोमती के चीफ इंजीनियर रह चुके हैं। उससे पहले वह इलाहाबाद समेत कई शहरों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
प्रदीप कक्कड़ के इस्तीफे की एक वजह से ट्रांसफर पोस्टिंग में उनके हस्तक्षेप को माना जा रहा है। कुछ सूत्रों का कहना है कि इसको लेकर चेयरमैन तक शिकायत गई थी। इसके बाद उनको तलब भी किया गया था और बाद में इस्तीफा मांग लिया गया था। हालांकि यह बात कागजों में कहीं नहीं है। ऐसे में इसके आधार भी नहीं बनाया जा सकता था। लेकिन अचानक इस्तीफा देना और उसको स्वीकार भी करने के बाद सवाल उठने लगे है।कोविड के दौरान प्रदीप कक्कड़ की पत्नी का निधन हो गया था। उसके बाद वह परेशान रहने लगे थे। उनके इस्तीफे की एक वजह इसको भी बताई जा रही है। पद त्यागने के बाद वह उत्तराखंड वापस लौट जाएंगे।
भ्रष्टाचार पर एमडी सख्त
एम देवराज पिछले काफी समय से भ्रष्टाचार को लेकर सख्त है। वह पिछले एक महीने में करीब 10 से ज्यादा इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं। इसमें पेंशन काटने से लेकर सस्पेंड और बर्खास्त करने की कार्रवाई तक शामिल है। जीरो टॉलरेंस की नीति पावर कॉर्पोरेशन में इस समय अपनाई गई है। कोविड के दौरान प्रदीप कक्कड़ की पत्नी का निधन हो गया था। उसके बाद वह परेशान रहने लगे थे। उनके इस्तीफे की एक वजह इसको भी बताई जा रही है। पद त्यागने के बाद वह उत्तराखंड वापस लौट जाएंगे।