- हाइलाइट्स:
- देश में आए कोरोना मरीजों की संख्या ने विश्व के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं
- पिछले 24 घंटों में कुल 3,15,478 मामले सामने आए हैं
- इससे पहले अमेरिका में 8 जनवरी को 3,07,581 केस सामने आए थे
नई दिल्ली भारत में कोरोना वायरस बेड्स, दवा और ऑक्सीजन की कमी के बीच हाहाकार मचा रहा है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश में पहली बार 3 लाख के पार केस आए हैं। बुधवार को देश में आए कोरोना मरीजों की संख्या ने विश्व के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटों में कुल 3,15,478 मामले सामने आए हैं। इस बार आई कोरोना मरीजों की संख्या वर्ल्ड रेकॉर्ड है। इससे पहले अमेरिका में 8 जनवरी को 3,07,581 केस सामने आए थे।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में 6,257 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 2,81,877 हो गए वहीं 90 मरीजों की मौत हो गई। पंजाब में 4,970 नए मामले सामने आए और संक्रमण के मामले बढ़कर 3,14,269 हो गए ,वहीं संक्रमण से 69 मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 8,114 हो गई। महाराष्ट्र सरकार ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बुधवार को कई नयी पाबंदियां लगाने की घोषणा की है। जिसमें शहरों के बीच और एक जिले से दूसरे जिले में यात्रा पर रोक रहेगी।
टूटा अमेरिका के एक दिन में सबसे ज्यादा केस आने का रेकॉर्ड
इस बीच, महाराष्ट्र समेत कई राज्य मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। महाराष्ट्र में ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक में रिसाव के कारण दम घुटने से वेंटिलेटर पर मौजूद 24 रोगियों की मौत हो गई। वहीं, उत्तर प्रदेश और असम के बाद मध्य प्रदेश, बिहार और छतीसगढ़ ने भी 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को नि:शुल्क टीके लगाने की घोषणा की है। इसके अलावा अधिकारियों ने आंकड़े पेश किये हैं, जिनमें कहा गया है कि टीकों से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। साथ ही मौत और गंभीर संक्रमण से बचा जा सकता है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में राज्यों, अस्पतालों और कई नर्सिंग होम से अपील की कि ऑक्सीजन का समुचित उपयोग सुनिश्चित करें क्योंकि यह कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के लिए ‘जीवन रक्षक’ है।
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केन्द्र ने कहा कि देश में 7,500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है और 6,600 मीट्रिक टन ऑक्सीजन राज्यों को आवंटित किया जा रहा है। केन्द्र ने केन्द्र शासित प्रदेशों और राज्य सरकारों से महामारी द्वारा पेश की गईं चुनौतियों से निपटने के लिये साथ मिलकर काम करने के लिये कहा। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और महारष्ट्र के बीच ऑक्सीजन के वितरण को लेकर आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल रहा है। ये सभी राज्य अपने कोटे की ऑक्सीजन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली में बुधवार को सर गंगाराम अस्पताल, सेंट स्टीफन अस्पताल, होली फैमिली अस्पताल जैसे कई अस्पतालों ने कहा कि उनके पास दो से पांच घंटे तक की ही ऑक्सीजन बची है। अन्य अस्पातल भी कुछ दिनों से स्टॉक की कमी से जूझ रहे हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को घोषणा की कि केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है। हम इसके लिए केंद्र के बहुत आभारी हैं।’’