लखनऊ। देश के पांच राज्यों के साथ ही उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से गति पकडऩे पर योगी आदित्यनाथ सरकार हाई अलर्ट पर है। लखनऊ में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने शुक्रवार से ही सार्वजनिक स्थल पर मास्क तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही लखनऊ में प्रदेश की सबसे बड़ी दवा मंडी को भी काफी सुरक्षित किया जा रहा है।
लखनऊ के साथ ही वाराणसी, मेरठ, आगरा, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, प्रयागराज व कानपुर में भी जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीमें मुस्तैद हो गई है। जिला कारागारों में भी कैदियों के कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हो रहा है। कानपुर में संक्रमित कैदियों को अलग बैरक में शिफ्ट किया गया है।
लखनऊ में बीते तीन दिन से सर्वाधिक नए मामले सामने आने पर शनिवार को दिन में होटल, दुकान, बाजार और मॉल में आने वाले लोगों के साथ रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा एयरपोर्ट पर यात्रियों से सैंपल लिया गया है। लखनऊ में आज करीब पांच हजार लोगों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। इसके साथ ही लखनऊ में बने कोविड-19 अस्पतालों ने भी अपने यहां तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर ने बताया कि केजीएमयू के साथ लोहिया संस्थान, एसजीपीजीआई, एरा तथा इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमितों के लिए हजार बेड तैयार करने व आइसीयू की व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है।
मेरठ में महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेन से उतरे चार लोगों में रैपिड जांच के दौरान कोरोना संक्रमित लोग मिले हैं। इंग्लैंड से टीका लगवाकर लौटे एक व्यक्ति में भी संक्रमण मिला है। अलीगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 15 दिनों में यह संख्या तीन से 85 हो गई है। इसके चलते स्वास्थ विभाग सचेत है। कोविड 19 की गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की जा रही है। जिले की सीमा पर बाहर से आने वालों की जांच की जा रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भी जांच की जा रही है। स्कूलों में मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग के साथ कक्षाएं लग रही हैं। जिला कारागार में बंद करीब 1260 कैदियों को 23 व 24 मार्च को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगेगी। जिसमें 60 साल से ऊपर के सभी कैदियों को अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगेगी। 45 साल से ऊपर के बीमार कैदियों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। जेल में कुल 1800 कैदी हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
कानपुर शहर में भी कोरोना वायरस ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। चौबीस घंटे में 19 नए केस सामने आए हैं। इसमें दो संक्रमित आइआइटी के छात्र और एक मुंबई से आया व्यापारी है। आइआइटी प्रशासन ने दोनों छात्रों को क्वारंटाइन करा दिया है। जिले में 139 एक्टिव केस हैं और अबतक 32196 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं जेल में 12 बंदियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है।
बरेली में मार्च के पहले दिन से ही संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने निर्देश जारी किए हैं कि सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई जाए। इसमें आरटीपीसीआर जांच की संख्या अधिक रखी जाए। इसके अलावा एयरपोर्ट, जंक्शन, बस स्टैंड आदि स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम लगातार रहेगी। दूसरे जिलों और शहरों से आने वाले हर व्यक्ति की जांच की जाएगी। फोकस सैंपलिंग के तहत अब तक पांच स्कूलों में करीब तीन हजार से अधिक लोगों की कोविड जांच की जा चुकी है। इसमें इस्लामिया में एक शिक्षक संक्रमित पाया गया था। स्कूलों में जांच अभी जारी है। शहर के कई स्कूलों में शनिवार को भी सैंपलिंग की जा रही है।
स्कूलों में भी सतर्कता: लखनऊ के साथ ही मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, बरेली, कानपुर तथा मुरादाबाद में में कोरोना वायरस के बढ़ते केस को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को अलर्ट किया है। इसमें बच्चों के साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों को शारीरिक दूरी का पालन, मास्क की अनिवार्यता समेत कोरोना संबंधित दिशा-निर्देशों का हर हाल में पालन करने का निर्देश दिया गया है। यहां लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की ताकीद की गई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से अभिभावक फिर से सहमा महसूस कर रहे हैं। स्कूलों में कोरोना संक्रमण से निपटने के इंतजाम के दावों के बावजूद संक्रमण के मामले पाए जाने के बाद से स्कूलों में बच्चों की संख्या में भी गिरावट की बात सामने आ रही है। हालांकि निजी स्कूल एसोसिएशन स्कूलों में समुचित एहतियात के साधन मुहैया होने और शारीरिक दूरी को ध्यान में रखकर पठन पाठन कराए जाने का दावा कर रहा है। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि सभी निजी स्कूलों में मेन गेट पर ही हैंड वॉश और सैनिटाइजेशन के समुचित प्रबंध किए गए हैं। सीएमएस के प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा स्कूल के लिए सर्वोपरि है। इस बात को ध्यान रखते हुए शिफ्ट वाइज क्लास संचालित की जा रहे हैं। जैसे अगर किसी कक्षा में 40 बच्चे हैं तो उस कक्षा का संचालन दो शिफ्ट में किया जा रहा है।
कैदियों का होगा वैक्सीनेशन: जिला कारागार लखनऊ में 250 कैदियों को 23 और 24 मार्च को वैक्सीन लगाई जाएगी। जेल में करीब 3200 कैदी हैं। जिला जेल अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक टीकाकरण के लिए शासन से शासनादेश के तहत जेल में बंद 45 से 59 और 60 अथवा उससे अधिक उम्र एवं गम्भीर बीमारी वाले बंदियों और कैदियों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए सभी बंदी और कैदियों के शनिवार व रविवार को आईटीपीसीआर किया जा रहा है। पहले दिन करीब सौ का आरटीपीसीआर किया गया। बचे हुए बंदियों का रविवार को होगा। इसके बाद 45 से 59 की उम्र वाले 68 तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 175 कैदियों का टीकाकरण होगा।
वाराणसी जेल में नए बंदियों के प्रवेश से पहले कोरोना की जांच कराई जा रही है। बैरक दिन में दो बार सैनिटाइज कराई जा रही है। मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के बंदियों-कैदियों की कोरोना टीकाकरण के लिए सूची बनाई जा रही है। उन्हेंं 23-24 मार्च को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। फिलहाल जिला कारागार में 2300 बंदी व कैदी हैं जबकि क्षमता सिर्फ 747 की है। आगरा जिला व सेट्रल जेल में 770 बंदियों को टीकारण के लिए चिहिन्त किया गया है। इन्हेंं 23 व 24 मार्च को टीका लगाया जाएगा। मथुरा जिला कारागार में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 21 बंदी हैं। सभी का टीकाकरण हो चुका है। फीरोजाबाद जिला कारागार में अभी टीकाकरण नहीं शुरू हुआ है। यहां 23 व 24 मार्च को टीकाकरण होगा। कासगंज में 46 बंदियों के टीका लगाया जा चुका है। कानपुर में सभी बंदियों की कोराना जांच कराई गई है और अब बुजुर्ग बंदियों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। इसके साथ ही जेल गेट पर एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई है।
लखनऊ में कई शॉपिंग मॉल को नोटिस: लखनऊ में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लघंन पर कई शॉपिंग माल को नोटिस दी गई है। उप जिलाधिकारी सदर प्रफुल्ल त्रिपाठी ने एसआरएस सिटी मॉल गोमतीनगर, फन मॉल गोमतीनगर, वेव मॉल गोमती नगर व सिनेपोलिस गोमती नगर को कोविड-19 से सुरक्षा के प्रोटोकॉल को फॉलो ना करने के कारण दंड प्रक्रिया संहिता 188 के तहत नोटिस प्रदान की। इससे पहले शुक्रवार को लखनऊ के जिलाधिकारी ने लखनऊ के हर संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल दुकान आदि में एपिडेमिक एक्ट में कोविड प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन करने का निर्देश दिया था। ऐसा ना होने के कारण उन्हेंं दंड प्रक्रिया संहिता 188 की नोटिस दी गई है और 23 तारीख तक अपना जवाब देने के लिए कहा गया है।