बदायूँ बीते दिनों बिल्सी कस्बे में मुर्गे के सैंपल लिए गए थे,सैंपल में बिल्सी के मोहल्ला नंबर 3 में शादाब की मीट की दुकान पर मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई,वर्ल्ड फ्लू की पुष्टि एसडीएम बिल्सी राधे श्याम बहादुर सिंह ने की,SDM बिल्सी ने बताया कि 1 किलोमीटर के दायरे की सभी मुर्गे की दुकानों को बंद किया जाएगा,

वर्ड फ्लू पक्षियों में पायी जाने वाली एक संक्रामक बीमारी है, जिसे एवीएन इन्फ्लूऐंजा के नाम से जाना जाता है। यह फ्लू तीन प्रकार के इन्फ्लूएेंजा वायरस के माध्यम से संक्रमित होता है। टाइप ए वायरस पक्षियों में इन्फ्लूएेंजा का कारण बनता है, जबकि टाइप बी व टाइन सी मनुष्यों को प्रभावित करता है। संक्रमित पक्षी से विषाणु पक्षी के बीट से निकलते हैं और आसपास के वातावरण को संक्रमित कर देते हैं।
यह है बर्ड फ्लू बीमारियों के लक्षण
इस बीमारी का एक इन्क्यूवेशन पीरियड पांच घण्टे से तीन दिन का होता है, जिसमें दाना एवं आहार कम लेना, संक्रमित पक्षी का एक जगह बैठा रहना तथा मनुष्यों में बुखार,खांसी,हमेशा कफ रहना,नाक बहना,सिर में दर्द रहना,गले में सूजन,मांसपेशियों में दर्द,दस्त होना,उल्टी-उल्टी सा महसूस होना
पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना,सांस लेने में समस्या,सांस ना आना,सीने में दर्द,हमेशा थकान महसूस करना,जोड़ों में दर्द,शरीर में दर्द,ठंड महसूस होना,छींक आना, आंखों एवं नाक से पानी का गिरना आदि प्रमुख लक्षण हैं।लापरवाही ना बरतें, हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहें।
कैसे इंसान होता है संक्रमित
अक्सर इंसान इस घातक बीमारी की चपेट में तब आता है, जब वो वायरस से संक्रमित मुर्गियों या अन्य पक्षियों के संपर्क में आ जाता है, दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि ये बीमारी मुर्गी की अलग-अलग प्रजातियों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क आने पर फैलती है, फिर चाहे मुर्गी जिंदा हो या मरी हुई हो। इंसानों में ये वायरस उनकी आंखों, मुंह और नाक के जरिए फैलता है।
बर्ड फ्लू’ के लक्षण,
क्या बरतें सावधानियां
मरे हुए पक्षियों से दूर रहें अगर आपके आस-पास किसी पक्षी की मौत हो जाती है तो इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें।
‘बर्ड फ्लू’ वाले एरिया में नॉनवेज ना खाएं जहां से नॉनवेज खरीदें।
सफाई का पूरा ध्यान रखें।
मास्क पहनकर बाहर निकलें।
चिकन या अंडा खाने से बचें
समय-समय पर अपने हाथ साबुन-पानी से धोते रहें।
डॉक्टर्स की सलाह के बाद इंफ्लूएंजा का टीका लगवाइए।