हाइलाइट्स:
- बुलंदशहर में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर की आत्महत्या की गुत्थी उलझी
- एसआई आरजू पंवार की इस साल अप्रैल में होने जा रही थी शादी
- मुरादाबाद के रहने वाले एक दारोगा से तय था रिश्ता, होती थीं बातें
- आरजू ने सूइसाइड नोट में लिखा था- ‘ये मेरी करनी का फल है’
मूलरूप से शामली की रहने वालीं सब इंस्पेक्टर आरजू पंवार अनूपशहर थाने में तैनात थीं। वह कस्बे में ही एक मकान में किराए पर रहती थीं। उन्होंने गुरुवार रात फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। थाने से ड्यूटी के बाद आरजू पंवार खाना खाने के लिए कमरे से बाहर नहीं निकलीं तो मकान मालिक उनके कमरे पर गया। दरवाजा न खुलने पर जब उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो वह फांसी के फंदे पर झूल रही थीं। मौके से मिले सूइसाइड नोट में लिखा था, ‘ये मेरी करनी का फल है।’ पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोन लॉक के खुलने का इंतजार कर रही है ताकि कुछ अहम सबूत हासिल हो सके।
महिला सब इंस्पेक्टर आरजू पंवार की आत्महत्या की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। उनका फोन कब्जे में लेकर जांच की जा रही है पर अभी तक फोन का लॉक नहीं खोला जा सका है। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी निकलवाई जा रही है। जानकारी मिली है कि इस साल अप्रैल में आरजू की शादी होने जा रही थी। मुरादाबाद में रहने वाले एक दारोगा से उनका रिश्ता तय हुआ था। उनके बीच लगातार फोन पर बातें होती रहती थीं। आरजू के सहकर्मियों के मुताबिक, घटना के दिन वह बिलकुल सामान्य थीं। अचानक उनकी खुदकुशी की खबर से हर कोई हैरान है। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया है।
पिता की गुहार- ‘सच्चाई सामने लाए पुलिस-प्रशासन’
सीओ वंदना शर्मा ने बताया कि आरजू का विवाह अप्रैल में होना था। वह एंटी रोमियो अभियान की प्रभारी भी थीं। वहीं, सब इंस्पेक्टर के पिता कृष्ण पाल सिंह ने बताया कि वह अभी कुछ दिन पहले अपनी छुट्टी काट कर अनूपशहर आई थीं। घर में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी। पुलिस और प्रशासन से यही गुहार है कि इस मामले की सच्चाई सामने ले आए।