आपको बता दें कि उघैती इलाके में रविवार रात 50 वर्षीय महिला अपने गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी. महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई तो गैंगरेप की पुष्टि हुई.जानकारी के मुताबिक, बीते रविवार को शाम 6 बजे पूजा के लिए गई थी. जब वो 2-3 घंटे बाद घर वापस नहीं लौटी तो परिवार वाले रिपोर्ट लिखवाने थाने गए, लेकिन उन्हें पुलिस ने रात 11 बजे तक अटेंड नहीं किया. परिवार के लोगों का कहना है कि “आरोपियों ने दरवाजे की कुंडी खटखटा के डेडेबॉडी फेंकी और भाग गए. पुलिस ने सुबह मामले को देखने की बात कही थी.
इस घटना के बाद विपक्ष योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रही है. जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने इस घटना की घोर निंदा की है पटेल ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “बार-बार कहते हुए भी शर्म आ रही है कि यूपी में इस तरह की घटनाएं क्यों सामने आ रही है वहां की राज्यपाल भी महिला है और सांसद भी महिला है उसके बावजूद भी वहां पर इस तरह से घिनौनी वारदात लगातार सामने आ रही है। पहले उन्नाव फिर हाथरस और एक बार फिर से बदायूं की घटना ने झकझोर के रख दिया है। यहां के लोगों में जरा सा भी डर नहीं है। क्योंकि उनको पता है योगी सरकार उनको बचा लेगी उनका पूरा एक पैटर्न कि पहले बलात्कार झूठ लाना उसके बाद FIR लिखने में लेट करना अपने थाना प्रभारियों को लीपापोती के लिए सस्पेंड कर देना .”जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने कहा है कि बदायूँ जदयू के जिलाध्यक्ष- जिलाधीश बदायूँ को बदायूँ के गैंगरेप व हत्या कांड की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट से कराए यूपी सरकार इसी मांग का ज्ञापन सौंपेंगे और प्रदेश जदयू महिला प्रकोष्ठ का एक शिष्टमंडल राज्य महिला आयोग को मामले का स्वतः संज्ञान लेने को कहेगा. उन्होंने आगे कहा कि जदयू महिला सुरक्षा को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों से प्रतिबद्ध है और आवश्यकता पड़ी तो जदयू सड़क पर उतरने में संकोच नहीं करेगा.