होम राज्य उत्तर प्रदेश टीएमयू बीटीसी स्टुडेंट्स ने रचा इतिहास, 45 बने सरकारी टीचर्स

टीएमयू बीटीसी स्टुडेंट्स ने रचा इतिहास, 45 बने सरकारी टीचर्स

2015-17 बैच के पासआउट इन मेधावियों ने टीएमयू की झोली में डाली बेशुमार खुशियां

खास बातें
कुलाधिपति ने उम्मीद जताई, चयनित स्टुडेंट्स करेंगे टीएमयू का नाम रोशन
प्रो. एमपी सिंह के संग-संग अभिभावकों और शिक्षकों को दिया चयन का श्रेय
सरकारी अध्यापक बनने का आखिरकार सभी का सपना हुआ मुकम्मल

बीटीसी के पासआउट मेधावी 45 छात्र-छात्राओं ने सफलता का नया इतिहास रचा है। यूपी के प्राइमरी विद्यालायों में सरकारी नौकरी पाकर तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की झोली खुशियों से भर दी है। यूनिवर्सिटी के एजुकेशन कॉलेजों से 2015-2017 बैच के पासआउट 45 छात्रों का चयन यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग में हो गया है। सलेक्ट ये सभी छात्र-छात्राएं अब गुरुजन कहलाएंगे। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह को बधाई देते हुए चयनित इन छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य कामना की है। कुलाधिपति ने कहा, किसी भी शिक्षक की देश के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका होती है। उम्मीद करता हूँ, चयनित ये छात्र-छात्राएं न केवल अपने अभिभावकों बल्कि यूनिवर्सिटी का नाम भी रोशन करेंगे।

चयनित होने वाले इन छात्र-छात्राओं में नागेंद्र कुमार, संदीप कुमार, प्रेम सिंह, योगेंद्र कुमार, सुरेश चंद्रा, सोमपाल, महिपाल, नाजिया, योगेश ठाकुर नीरज कुमार मोहम्मद बासिफ, संदीप यादव, तरुण देवल, मोहम्मद हारुन, राजेश मौर्य, धर्मवीर सिंह, अमृता, हरीश कुमार, संदीप कुमार, नरेश कुमार, मीसा राज, वंदना गहलोत, शुभम सिंह, अंकुर उपाध्याय, आशिफ मियां, नरेंद्र कुमार, जितेंद्र गंगवार, अर्चना कुमारी, आदर्श कुमार, करिश्मा सिंघल, मेघा, चंचल कुमारी, ज्योति, शिव रतन सिंह, अंकित कुमार, आदित्य कुमार आदि शामिल हैं। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। सभी छात्र-छात्राएं अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता के संग-संग निदेशक छात्र कल्याण, अपने प्राचार्यों-डॉ. कल्पना जैन, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. विनोद जैन, डॉ. अशोक लखेड़ा और सभी शिक्षकों को देते हैं। उल्लेखनीय है, टीएमयू से संबद्ध एजुकेशन के विभिन्न कॉलेज के छात्रों ने रिक्त पदों पर परचम फहराया है। इन छात्र-छात्राओं को सरकारी नौकरी पाने में न केवल उनकी स्वयं की मेहनत रंग लाई बल्कि छात्र कल्याण विभाग के निदेशक की भी बड़ी भूमिका रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here