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अकबरपुर लोकसभा सीट पर चुनावी बिसात बिछ चुकी है। भाजपा, बसपा और इंडिया गठबंधन ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। 14 लाख 89 हजार 589 मतदाताओं वाले इस लोकसभा क्षेत्र से 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा के देवेंद्र सिंह भोले जीतकर संसद में पहुंचे हैं। खास बात यह है कि वह सिर्फ जीते ही नहीं हैं, उनका वोट बैंक भी बढ़ा है।
इस बार उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन के राजाराम पाल से है, जो सपा से मैदान में हैं और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे। इस सीट पर बसपा का भी खासा जनाधार है। उसका प्रत्याशी कभी जीता भले ही न हो पर दूसरे नंबर पर हमेशा रहा है।
इस बार बसपा ने राजेश द्विवेदी को मैदान में उतारा है। ऐसे में आंकड़े जहां भाजपा के पक्ष में हैं, वहीं कांग्रेस का साथ पाकर सपा के राजाराम पाल भी मजबूत दिखाई दे रहे हैं, जबकि बसपा किसी का भी खेल बिगाड़ने की हैसियत में नजर आ रही है।
अकबरपुर लोकसभा सीट के पिछले तीन चुनाव के आंकड़ों का जायजा लें तो पता चलता है कि इस लोकसभा क्षेत्र ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को प्रतिनिधित्व का मौका दिया है। इसके पहले 2004 में बसपा की यहां (तब बिल्हौर लोकसभा क्षेत्र) से जीत हुई थी। पिछले तीन चुनावों में लोकसभा सीट की तस्वीर में अधिक बदलाव आया है।