बिल्सी (बदायूं)। बिल्सी तहसील क्षेत्र में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई तहसील परिसर के पास स्थित एक कमरे में की गई, जहां आरोपी लेखपाल हैसियत प्रमाण पत्र की रिपोर्ट लगाने के एवज में पैसे ले रहा था।
शिकायत पर बिछाया गया था जाल
जानकारी के मुताबिक, बड़नौमी गांव निवासी हरवेंद्र सिंह ने एंटी करप्शन विभाग से शिकायत की थी कि बिल्सी क्षेत्र में तैनात लेखपाल चंद्रप्रकाश उनसे हैसियत प्रमाण पत्र के लिए पांच हजार रुपये की मांग कर रहा है। शिकायत के साथ हरवेंद्र ने कुछ साक्ष्य भी उपलब्ध कराए, जिसके आधार पर एंटी करप्शन टीम ने ट्रैप प्लान किया।
संजीव सिंह के कमरे में पकड़ा गया लेखपाल
टीम ने योजना के अनुसार मंगलवार को बिल्सी तहसील के सामने संजीव सिंह के निजी कमरे में आरोपी लेखपाल को रिश्वत की रकम लेते ही धर दबोचा। जैसे ही हरवेंद्र ने पैसे दिए, टीम ने तुरंत कमरे में घुसकर चंद्रप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया।
टीम उसे सीधे थाना कुंवरगांव ले गई, जहां उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।
आरोपी संभल जिले का निवासी
गिरफ्तार लेखपाल संभल जिले के थाना जुनावई क्षेत्र के कादराबाद गांव का निवासी है।
सीओ एंटी करप्शन यशपाल सिंह ने जानकारी दी कि आरोपी को शनिवार को बरेली कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है।
बिल्सी तहसील प्रशासन में हड़कंप
इस कार्रवाई से बिल्सी तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आमजन और फरियादी जो लंबे समय से अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली से परेशान थे, उनके बीच यह कार्रवाई उम्मीद की एक किरण बनकर सामने आई है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिक वीरेंद्र शर्मा का कहना है, “यह एक साहसी कदम है। आम लोगों को ऐसे भ्रष्ट लेखपालों से मुक्ति मिलनी चाहिए। उम्मीद है कि आगे और भी सख्त कार्रवाई होगी।”
महिला सामाजिक कार्यकर्ता रजनी देवी ने कहा, “हमें अक्सर ऐसे मामलों की शिकायतें सुनने को मिलती थीं, पर कार्रवाई नहीं होती थी। अब कम से कम विभाग की नींद खुली है।”
बिल्सी में लेखपाल को रंगेहाथ पकड़ने की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक कड़ा संदेश है। इससे न केवल राजस्व विभाग में हलचल है, बल्कि आम जनता में विश्वास भी जगा है कि अब रिश्वत मांगने वाले अफसर-कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जाएगा। एंटी करप्शन विभाग की यह त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सराहनीय है।