बिल्सी (बदायूं)। बिल्सी और उझानी के बीच मैन लाइन में हुए ब्रेकडाउन ने पूरे क्षेत्र को अंधकार में झोंक दिया है। बुधवार रात आए भयंकर आंधी-तूफान के बाद से अब तक 24 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन नगर में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। इस भीषण गर्मी में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हैं, वहीं बिजली के अभाव में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
लगातार दूसरी बार टूटी सप्लाई
बिल्सी नगर को विद्युत आपूर्ति देने वाली मुख्य लाइन में यह लगातार दूसरी बार फॉल्ट हुआ है। इससे एक दिन पूर्व ही इसी लाइन में फॉल्ट आने के कारण नगरवासियों को लगभग 36 घंटे तक बिजली से वंचित रहना पड़ा था। वह सप्लाई भी मुश्किल से 12 घंटे ही चली थी कि बुधवार रात पुनः तेज आंधी के चलते लाइन फिर फेल हो गई।
संविदा कर्मियों की हड़ताल से और बिगड़े हालात
जहां एक ओर मौसम की मार ने बिजली व्यवस्था को अस्त-व्यस्त किया, वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल ने स्थिति को और भयावह बना दिया है। विभाग के स्थायी कर्मचारी सीमित हैं और फॉल्ट की मरम्मत में पूरा दिन खपा चुके हैं, लेकिन समाचार लिखे जाने तक लाइन का फॉल्ट ठीक नहीं हो पाया। इससे यह तय माना जा रहा है कि बिल्सी के लोग आज रात भी अंधेरे में ही गुजारेंगे।
आंधी ने गिराए पेड़, कई जगह तार टूटे
स्थानीय जानकारी के अनुसार बुधवार रात करीब 8 बजे आए तेज तूफान और आंधी के दौरान कई जगह पेड़ गिर गए, जिससे लाइन पर कई जगह फॉल्ट आ गया। तार टूटे, पोलों को नुकसान पहुंचा । विद्युत विभाग के कर्मचारी लगातार सप्लाई सुचारु करने में जुटे हैं, लेकिन संविदा कर्मियों के न होने से कार्य गति अत्यंत धीमी है।
जल संकट से त्रस्त महिलाएं, स्कूलों में भी परेशानी
बिजली संकट ने जल संकट को और विकराल बना दिया है। घरों में लगे मोटर पंप बंद हैं, जिससे लोग पीने के पानी तक को तरस रहे हैं। टंकी से जलापूर्ति न होने से महिलाएं बाल्टियों के साथ इधर-उधर पानी की तलाश में भटकती नजर आ रही हैं।
वहीं नगर के स्कूलों में भी हालात चिंताजनक हो गए हैं। भीषण गर्मी में न तो पंखे चल पा रहे हैं और न ही कूलर, जिससे बच्चे और अभिभावक परेशान हैं।
प्रशासन मौन, जनता में रोष
नगरवासियों ने आरोप लगाया कि बिजली की व्यवस्था पूरी तरह लचर हो चुकी है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और विद्युत विभाग के अफसर पूरी तरह मौन हैं। कहीं से भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही कि विद्युत आपूर्ति कब तक बहाल होगी। लोग सोशल मीडिया और स्थानीय अधिकारियों से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं, समाधान नहीं।
क्या बोले नगरवासी
स्थानीय निवासी राजू का कहना है, “हमारे इलाके में दो दिनों से न बिजली है, न पानी। बूढ़े माता-पिता और बच्चों की हालत खराब हो रही है। विभाग न तो फोन उठाता है और न ही कोई सूचना देता है।”
वहीं गृहिणी सुनीता देवी कहती हैं, “बिल्सी नगर मे कई सालों से बिजली की ऐसी बदहाल व्यवस्था नहीं देखी। पूरा नगर गर्मी से बेहाल है बिजली नहीं होने से पंखे नहीं चल रहे जिससे मच्छरों के काटने से बीमारी फैलने का डर सताने लगा है।”
बिल्सी में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। बार-बार आ रही तकनीकी खराबियों और संविदा कर्मियों की हड़ताल ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। विभाग को चाहिए कि जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था कर विद्युत आपूर्ति बहाल करे, अन्यथा जनता का आक्रोश सड़कों पर फूट सकता है। फिलहाल नगरवासी अंधेरे और गर्मी के बीच राहत की उम्मीद में टकटकी लगाए बैठे हैं।