बदायूं। ज़िले के कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को उस वक़्त हड़कंप मच गया जब दो युवतियाँ अचानक कचहरी परिसर में स्थित एक वकील के चेंबर में पहुँचीं और एक-दूसरे से शादी करने की इच्छा ज़ाहिर कर दी। इस अनोखी घटना के गवाह बने अधिवक्ता दिवाकर वर्मा, जिनके चेंबर में दोनों लड़कियाँ पहुँची थीं।

शर्म से झुकी निगाहों और पूरे आत्मविश्वास के साथ लड़कियों ने बताया कि वे पिछले तीन महीने से एक साथ रह रही हैं और अब जीवनभर पति-पत्नी के रूप में साथ रहना चाहती हैं। उनका कहना था कि भले ही कानून इस रिश्ते को मान्यता न दे, लेकिन उनका प्यार सच्चा है और वे हर हाल में एक-दूसरे का साथ निभाएंगी।

इसके बाद दोनों युवतियाँ कलेक्ट्रेट परिसर स्थित शिव मंदिर पहुँचीं, जहाँ उन्होंने एक-दूसरे को जयमाला पहनाकर विवाह की रस्में निभाईं। वहाँ मौजूद लोग पहले तो हैरान रह गए, लेकिन जैसे-जैसे लड़कियों की आपबीती सामने आई, हर कोई सोच में पड़ गया।

दोनों ने बताया कि पुरुषों से उन्हें घोर नफ़रत हो चुकी है। उनमें से एक लड़की ने खुलासा किया कि उसे एक मुस्लिम युवक ने शादी का झाँसा देकर धोखा दिया, जिससे उसका भरोसा पूरी तरह टूट गया। अब वह किसी पुरुष से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहती। इसी कारण उन्होंने एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने का फैसला लिया।

इस घटना ने जिलेभर में चर्चा का विषय बना दिया है। कलेक्ट्रेट परिसर में इस तरह की पहली घटना मानी जा रही है, जिसने सामाजिक सोच, रिश्तों की परिभाषा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।


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