


हैदराबाद। उत्तर प्रदेश के बदायूं की होनहार बेटी सिमरन ने अपनी असाधारण प्रतिभा से पूरे जिले का नाम रोशन किया है। सिमरन को आईआईटी हैदराबाद (IIT Hyderabad) के 17वें स्थापना दिवस समारोह में ‘शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार’ (Academic Excellence Award) से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम 2 अप्रैल 2025 को आईआईटी हैदराबाद के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर के शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
अल्ज़ाइमर रोग पर किया महत्वपूर्ण शोध
सिमरन को यह पुरस्कार उनके एम.टेक शोध कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिला। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) का उपयोग कर अल्ज़ाइमर रोग के प्रारंभिक चरण की पहचान पर महत्वपूर्ण शोध किया है। उनके अध्ययन में मशीन लर्निंग और मस्तिष्क इमेजिंग तकनीकों का उपयोग कर इस बीमारी के लक्षणों की पहचान की गई, जिससे समय रहते इलाज की संभावनाएं बढ़ सकें।
परिवार में खुशी की लहर
बदायूं निवासी सिमरन के पिता राजीव शर्मा कलेक्ट्रेट में कार्यरत हैं, जबकि मां रेखा शर्मा हाउस वाइफ हैं। उनके परिवार में एक बड़ा भाई और छोटी बहन भी हैं। बेटी की इस उपलब्धि पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। सिमरन की इस उपलब्धि पर उनके माता-पिता ने कहा कि बेटी ने अपनी मेहनत और लगन से अपने परिवार और पूरे जनपद का मान बढ़ाया है।
सम्मानित हुए देश के प्रतिष्ठित विद्वान
समारोह की अध्यक्षता आईआईटी हैदराबाद के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. बी.वी.आर. मोहन रेड्डी ने की। इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद मुख्य अतिथि थे। उन्होंने “टेकडे के लिए आगे का रास्ता: अवसर और चुनौतियाँ” विषय पर व्याख्यान भी दिया। मंच पर आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रो. बी. एस. मूर्ति, डीन (अकादमिक), डीन (फैकल्टी), डीन (पूर्व छात्र एवं कॉरपोरेट संबंध), डीन (प्रशासन) सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
बदायूं के लिए गर्व का क्षण
आईआईटी हैदराबाद के इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त कर सिमरन ने बदायूं को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। उनकी सफलता से क्षेत्र के अन्य छात्रों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।