होम राज्य उत्तर प्रदेश बदायूं: राजकीय मेडिकल कॉलेज में ई-ऑफिस शुरू, इलाज में पारदर्शिता और सुविधाएं...

बदायूं: राजकीय मेडिकल कॉलेज में ई-ऑफिस शुरू, इलाज में पारदर्शिता और सुविधाएं होंगी ऑनलाइन

बदायूं, 17 दिसंबर।
बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में अब मरीजों और आम लोगों को इलाज से जुड़ी सुविधाएं और भी सरल तरीके से उपलब्ध होंगी। कॉलेज ने ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत की है, जिसके जरिए अब तमाम जानकारियां ऑनलाइन मिलेंगी। यह पहल मरीजों की सहूलियत और स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।

क्या है ई-ऑफिस और कैसे होगा फायदा?

ई-ऑफिस प्रणाली के तहत मेडिकल कॉलेज की सभी सेवाएं डिजिटल माध्यम से संचालित होंगी। इसमें मरीजों और उनके परिजनों को घर बैठे ही इलाज, प्रमाणपत्र, रिपोर्ट और अन्य जानकारियां प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी।

  • ऑनलाइन पर्चे और दवाइयां: आने वाले दिनों में ओपीडी में मरीजों के पर्चे ऑनलाइन बनाए जाएंगे, और डॉक्टर भी ऑनलाइन ही दवाइयां लिखेंगे।
  • जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र: जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र अब घर बैठे ही ऑनलाइन प्राप्त किए जा सकेंगे।
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट: पोस्टमार्टम रिपोर्ट की स्थिति भी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी।
  • इलाज में पारदर्शिता: मरीज यह देख सकेंगे कि डॉक्टर ने कौन सी दवा लिखी है और वह दवा अस्पताल के दवाखाने में उपलब्ध है या नहीं।

सारी जानकारी होगी ऑनलाइन

ई-ऑफिस के तहत राजकीय मेडिकल कॉलेज से जुड़ी तमाम जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इनमें शामिल हैं:

  1. ओपीडी का विवरण: कौन से डॉक्टर किस समय ओपीडी में उपलब्ध हैं।
  2. दवाओं की उपलब्धता: ओपीडी के दवाखाने में उपलब्ध दवाओं और उनके अभाव की जानकारी।
  3. स्टाफ की उपस्थिति: किस समय कौन सा स्टाफ ड्यूटी पर है।
  4. शैक्षणिक जानकारी: एमबीबीएस, नर्सिंग प्रशिक्षण और अन्य पाठ्यक्रमों की जानकारी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मिलेगी।

मरीजों को बड़ी राहत

इस नई प्रणाली से मरीजों को इलाज के लिए बार-बार अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं होगी। वे घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से:

  • इलाज से जुड़ी सारी जानकारियां देख सकेंगे।
  • जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र और रिपोर्ट ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेंगे।
  • इलाज में किसी गड़बड़ी की शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे, जिससे पारदर्शिता में बढ़ोतरी होगी।

पेपरलेस वर्किंग की दिशा में कदम

राजकीय मेडिकल कॉलेज को पेपरलेस बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि इस प्रणाली के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मिलेगी और सभी स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कॉलेज के ओपीडी और इमरजेंसी की तैयार इमारतों में यह सिस्टम लागू किया जाएगा, जिससे नई इमारत की आवश्यकता नहीं होगी।

प्रशिक्षण और सरकारी सहयोग

डॉ. अरुण कुमार ने कहा, “ई-ऑफिस की मदद से मरीजों को पारदर्शी और डिजिटल सेवाएं मिलेंगी। आने वाले समय में यह व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी, जिससे मेडिकल कॉलेज आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस हो जाएगा।”

जनता और मरीजों के लिए नई उम्मीद

बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत से न केवल इलाज में पारदर्शिता आएगी, बल्कि मरीजों को समय की बचत के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेंगी। डिजिटल सेवाओं के जरिए बदायूं मेडिकल कॉलेज एक नई मिसाल पेश करेगा।यह पहल बदायूं के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने और मरीजों की परेशानियों को कम करने के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here