बदायूं, 17 दिसंबर।
बदायूं में एंटी करप्शन टीम ने पावर कॉर्पोरेशन में संविदा पर तैनात एक कर्मचारी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पर बिजली चोरी के मुकदमे से बचाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।
कैसे सामने आया मामला?
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के खेड़ा नवादा निवासी हफीजुल ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि बिजली चेकिंग टीम के सदस्य अमित सागर ने उसके घर का मीटर चेक करते हुए बिजली चोरी का झूठा आरोप लगाया। आरोपी ने हफीजुल को डराते हुए कहा कि इस मामले में लाखों रुपए का जुर्माना लगवाया जाएगा। इसके बाद आरोपी ने केस को रफा-दफा करने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की।
एंटी करप्शन टीम का जाल
शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया। टीम ने योजना के तहत आरोपी अमित सागर को 10 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी पावर कॉर्पोरेशन में संविदा कर्मचारी के तौर पर तैनात है और टेस्टिंग लैब में काम करता है। यह लैब उसावां रोड स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में स्थित है।
शिकायत के साथ साक्ष्य भी सौंपे
शिकायतकर्ता हफीजुल ने एंटी करप्शन टीम को रिश्वत की मांग से जुड़े पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध कराए थे, जिनके आधार पर कार्रवाई की गई।
सीओ एंटी करप्शन का बयान
सीओ एंटी करप्शन बरेली यशपाल सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। ट्रैपिंग के दौरान आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
कानूनी कार्रवाई शुरू
आरोपी अमित सागर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।
शहर में मचा हड़कंप
बिजली कर्मी की इस करतूत से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, इस कार्रवाई से लोगों में एंटी करप्शन टीम के प्रति विश्वास बढ़ा है। स्थानीय लोगों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।