बदायूं।शहर के प्राचीन तीर्थ स्थल सूर्यकुंड पर अवैध कब्जे और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की साजिश का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक स्थानीय राजनेता, जो पहले से ही विवादित भूमियों पर कब्जा करने के लिए कुख्यात है, ने षड्यंत्र के तहत इस पवित्र स्थान को निशाना बनाया है। इस स्थान की भूमि, जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है, पहले भी इस नेता के कब्जे में थी।



अवैध कब्जे का षड्यंत्र
ग्रामीणों ने दबी जुबान में बताया कि इस नेता के बेटे ने हाल ही में इस भूमि पर लगे कई पेड़ों को कटवा दिया और इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद वहां मौजूद शिवजी, नंदी और हनुमानजी की मूर्तियों को हटाने का प्रयास किया गया। सूत्रों के अनुसार, योजना थी कि यहां भगवान बुद्ध की मूर्ति स्थापित की जाए। इसके लिए एक बुद्ध प्रतिमा को पहले ही वहां लाकर रखा गया था।
मंदिरों को तोड़ा और मूर्तियां क्षतिग्रस्त कीं
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों को सूचना मिली कि तीर्थ स्थल पर बने तीन प्राचीन मंदिरों को तोड़ दिया गया है। हनुमान जी की मूर्ति को खंडित किया गया और कुछ मूर्तियों को तालाब में फेंक दिया गया। शिवलिंग और नंदी महाराज की मूर्तियों को चबूतरे की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया गया।
पदाधिकारियों ने किया विरोध
जब संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, तो वहां स्थिति बेहद गंभीर थी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चबूतरे के नीचे से शिवलिंग और नंदी महाराज की मूर्तियों को बाहर निकलवाया। हनुमान जी की खंडित मूर्ति और मंदिर के अवशेष भी वहीं पाए गए।
भंतों की संदिग्ध गतिविधियां
घटना के दौरान वहां मौजूद तथाकथित भंते नशीले पदार्थों का सेवन करते हुए पाए गए। पुलिस ने इन सभी को अपने साथ ले गईं है । विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस पवित्र स्थल से अवैध कब्जा हटाया जाए और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
संगठन ने जताया विरोध
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष नीरज रस्तोगी ने कहा, “यह केवल धार्मिक स्थल पर हमला नहीं, बल्कि सनातनी संस्कृति पर हमला है। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द यहां मंदिर की पुनः स्थापना कराई जाए और पूजा-अर्चना शुरू की जाए।”
आंदोलन की चेतावनी
संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो प्रदेश और केंद्र स्तर पर बड़े आंदोलन की योजना बनाई जाएगी। इस मामले को केंद्रीय मंत्रियों और प्रांत के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया गया है।
घटना स्थल पर मौजूद पदाधिकारी
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री एडवोकेट उज्जवल गुप्ता, बजरंग दल के जिला संयोजक हरिओम पाठक, जिला उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा, नगर अध्यक्ष ऋषि कुमार वर्मा, राजेश सपरा, मयूर गुप्ता, शिवम और कई ग्रामीण उपस्थित थे।यह घटना न केवल बदायूं के धार्मिक समाज के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंताजनक है। प्रशासन से मांग है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर पवित्र स्थल की पवित्रता बनाए रखी जाए।