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मदरसा ढहाते ही भीड़ ने किया हमला, फायरिंग, पथराव, आगजनी, कई पुलिस कर्मी घायल, मुख्यमंत्री ने बुलायी हाई लेवल मीटिंग, कर्फ़्यू लागू-दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश।

उत्तराखंड में सरकारी जमीनों पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को हटाए जाने की कार्रवाई जारी है। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में अवैध मस्जिद और मदरसे को तोड़ा गया, जिसको लेकर शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, देखते ही देखते फायरिंग, आगजनी और पथराव होने लगा। इस घटना में एसडीएम, एसपी, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी समेत 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। क्षेत्र में स्थिति गंभीर बनी हुई। स्थिति को काबू में करने के लिए चार कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स बुलाई गई है। साथ ही इंटरनेट सेवा बंद करने की तैयारी की जा रही है।

वही मामले की गंभीरता देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर हाई लेवल मीटिंग चल रही है। जिसमे मुख्य सचिव राधा रतूडी, डीजीपी अभिनव कुमार, ADG लॉ & ऑडर अंशुमन भी मौजूद। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश देने के साथ ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए हैं। डीएम ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है।

इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है। कार्रवाई के दौरान हालात को संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोल भी छोड़ने पड़े।पथराव की सूचना के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने शुरू कर दिए थे। अंधेरा होने से पहले ही हल्द्वानी का बाजार लगभग बंद हो गया था। स्थानीय लोगों ने मस्जिद और मदरसे को तोड़ने का विरोध किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी भी तोड़ दी। इससे करीब 15 मिनट तक काम रुका रहा। इस बीच दूसरे जिलों से और फोर्स बुला ली गई। बनभूलपुरा में धार्मिक स्थल को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान हुए बवाल से बाजार में भी अफरातफरी मच गई।

बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार को अवैध मस्जिद और मदरसा तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। मगर इसका विरोध कर रहे लोगों ने पथराव कर दिया। मामला आगजनी और तोड़फोड़ तक पहुंच गया।वहां खड़ी पुलिस व मीडियाकर्मियों के दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिसकर्मियों ने थाने से भागकर जान बचाई।हालांकि शाम 4 बजे पुलिस फोर्स के पहुंचने से पहले ही बनभूलपुरा क्षेत्र की दुकानें बंद हो गई थी। वहीं बवाल की सूचना पर शाम करीब साढ़े 4 बजे ताज चौराहे से लगे मीरा मार्ग, रेलवे बाजार, नया बाजार लाइन की दुकाने एकाएक बंद होने लगी।

इसे देखते हुए बाजार में अफरा-तफरी मच गई। दुकानों में मौजूद ग्राहकों को भी दुकानदार वापस घर भेजने लगे और सामान जल्दी अंदर करने लगे। शाम साढ़े 5 बजे तक पटेल चौक, सदर बाजार, लोहार लाइन, सब्जी मंडी, बर्तन बाजार सहित अन्य बाजारों की दुकानें भी बंद हो गई। वहीं दूसरी ओर मंगल पड़ाव क्षेत्र में भी बवाल की सूचना पर अधिकतर दुकानें बंद हो गई थी।

इस दौरान उनकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ झड़प हो गई। इस दौरान कुछ लोगों ने अपने घरों की छतों से पुलिस पर पथराव किए। जेसीबी मशीन पर भी पथराव किया गया, जिसमें 100 से अधिक पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए।

बता दें कि, बीते कई दिनों से प्रशासन और हल्द्वानी नगर निगम की टीम सरकारी जमीनों पर बने अवैध भवनों और धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने में लगी हुई है। गुरुवार को भी प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम बुलडोजर के साथ बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के मालिक के बगीचे में पहुंची। इस दौरान यहां अवैध रूप से बनी मस्जिद और मदरसे पर बुलडोजर चलाया गया। इसके बाद से इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया।

हल्द्वानी नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मस्जिद और मदरसे के संचालकों को नोटिस भेजा था, नोटिस भेजने के बाद भी उन्होंने मस्जिद और मदरसे से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखाए, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।

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