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अयोध्या राम मंदिर लाइव अपडेट राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह निमंत्रण अतिथि सूची समाचार हिंदी में – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव


09:41 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

कर्मकांड के बाद गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा हुई विराजित

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का विधिवत कर्मकांड गुरुवार को गणेश पूजन के साथ शुरू हो गया है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसी मान्यता के चलते शुभ मुहूर्त में दोपहर 1:20 बजे गणेश, अंबिका और तीर्थ पूजा की गई। इससे पहले दोपहर 12:30 बजे रामलला की अचल मूर्ति को उनके आसन पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विराजित कराया गया। पहले दिन करीब सात घंटे तक पूजन चला। गुरुवार को मुख्य यजमान के रूप में अशोक सिंहल फाउंडेशन के अध्यक्ष महेश भागचंदका रहे।

08:44 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

कमलनाथ-नकुलनाथ भी राम भक्ति में लीन

कांग्रेस नेतृत्व ने भले ही अयोध्या के राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा दिया हो, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ राम भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं। कमलनाथ छिंदवाड़ा से 4 करोड़ 31 लाख राम नाम लिखे पत्रकों को अयोध्या भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

07:56 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

अयोध्या में पकड़े गए दो संदिग्ध

अयोध्या से दो संदिग्ध पकड़े जाने की खबर है। दोनों संदिग्ध सुक्खा दुनके, अर्श डल्ला गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं। पकड़े संदिग्धों में धर्मवीर और एक अन्य पकड़ा गया है। अर्श डल्ला को भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया है।

07:38 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

देश के सभी 8300 स्टेशन 22 जनवरी को होंगे राममय

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दिन देश के सभी 8300 से अधिक रेलवे स्टेशन रोशनी में नहाते नजर आएंगे। रेलवे ने कुछ ऐसे रेलवे स्टेशनों की पहचान की है, जिनके नाम के आगे या पीछे भगवान राम का नाम जुड़ा है। उस दिन इन स्टेशनों पर खास व्यवस्था की जाएगी। इसी तरह मां सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी के नाम से जुड़े स्टेशनों पर भी खास इंतजाम किए गए है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि मौजूदा समय में देश में 8300 से अधिक रेलवे स्टेशन हैं। इनमें 354 ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जिनके आगे या पीछे श्रीराम जुड़ा है। 22 जनवरी के दिन इन सभी रेलवे स्टेशनों पर खास तैयारी की जाएगी। इसके लिए रेलवे स्टेशनों पर तैयारियां करने के लिए बोल दिया है। ताकि समय रहते यहां पर दिए से रोशनी की जा सके।

07:20 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

रामललाकी प्राण प्रतिष्ठा पर उठे सवाल

बीती 17 जनवरी को सायं काल समाचार माध्यमों से जानकारी मिली कि रामलला की मूर्ति किसी स्थान विशेष से राम मंदिर परिसर में लाई गई है। उसी की प्रतिष्ठा निर्माणाधीन मन्दिर के गर्भगृह में की जानी है। एक ट्रक भी दिखाया गया। जिसमें वह मूर्ति लाई जा रही। इससे यह अनुमान होता है कि नवनिर्मित श्री राम मंदिर में किसी नवीन मूर्ति की स्थापना की जाए जबकि, श्रीरामलला विराजमान तो पहले से ही परिसर में विराजमान हैं।

अब प्रश्न यह उठता है कि यदि नवीन मूर्ति की स्थापना की जाएगी तो श्रीरामलला विराजमान का क्या होगा? अभी तक राम भक्त यही समझते थे कि यह नया मंदिर श्रीरामलला विराजमान के लिए बनाया जा रहा है। लेकिन अब किसी नई मूर्ति के निर्माणाधीन मंदिर के गर्भगृह में प्रतिष्ठा के लिए लाये जाने पर आशंका प्रकट हो रही है कि कहीं इससे श्रीरामलला विराजमान की उपेक्षा ना हो जाए।

07:12 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

अचल मूर्ति के साथ विराजमान रामलला भी होंगे पूजित-प्रतिष्ठित

रामलला के नवनिर्मित मंदिर में अचल विग्रह की स्थापना के साथ-साथ विराजमान रामलला को भी पूजित-प्रतिष्ठित किया जाएगा। राममंदिर के गर्भगृह में सोने के सिंहासन पर रामलला की 51 इंच की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है, वहीं विराजमान रामलला को भी इसी गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। वे मंदिर में चल मूर्ति यानि उत्सव मूर्ति के रूप में पूजित होंगे।

06:34 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

22 जनवरी को अस्पताल में होगी फ्री डिलीवरी

कर्नाटक के एक अस्पताल ने एलान करते हुए कहा है कि 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर कार्यक्रम के दिन महिलाओं की फ्री डिलीवरी होगी। इस निर्णय की घोषणा ‘श्री सिद्धेश्वर लोक कल्याण चैरिटेबल ट्रस्ट’ द्वारा की गई, जो जेएसएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चलाता है।

06:30 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर लाइव दिखाया जाएगा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम

भारतीय रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लाइव स्क्रीनिंग देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर होगी। देश में कम से कम 9 हजार स्क्रीन उपलब्ध हैं।

06:30 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

अपर्णा यादव ने की पीएम मोदी की तारीफ

05:55 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

रामलला को महेश्वर सिंह भेंट करेंगे चांदी की चरण पादुका

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भगवान रघुनाथ के मुख्य सेवक महेश्वर सिंह चांदी से बने  चौउंर, चरण पादुका और चौकी लेकर रवाना हो गए। महेश्वर सिंह गुरुवार सुबह 11:15 बजे सरवरी से अयोध्या के लिए निकले, उनके साथ रघुनाथ के पुजारी दिनेश किशोर व अयोद्यानंद वजीर भी जा रहे हैं। महेश्वर सिंह रघुनाथ की ओर से पूजा-अर्चना व आरती के समय इस्तेमाल किए जाने वाले चौउंर, चरण पादुका और चौकी को भगवान श्रीराम को भेंट स्वरूप प्रदान करेंगे।

05:36 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले आचार्यवर्णम अनुष्ठान

05:33 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

आचार्य प्रमोद कृष्णम को मिला प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भगवान राम भारत की आत्मा है। आप भारत की भगवान राम के बिना कल्पना नहीं कर सकते हैं। प्रमोद को भी प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला है।

05:19 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

गर्भगृह में स्थापित हुई रामलला की मूर्ति, चार घंटे का लगा समय

अयोध्या में बने भव्य श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रामलला अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं। उनकी अचल मूर्ति को बुधवार देर रात गर्भगृह में पहुंचा दिया गया था। इसके लिए जरूरी कर्मकांड गुरुवार दोपहर से ही शुरू कर दिए गए थे। कर्मकांड की शुरुआत गणेश पूजन के साथ हुई। किसी भी अनुष्ठान के शुभारंभ से पहले भगवान गणेश का आह्वान किया जाता है। इसी मान्यता के चलते गणेश पूजन व अंबिका पूजन के साथ अनुष्ठान शुरू हुआ।

05:18 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

बैतूल के चंदेल ने सीताराम और ॐ अक्षरों को जोड़कर लिखा 1200 पन्नों का ग्रंथ

अयोध्या में बन रहे श्री राम जन्मभूमि मंदिर और उसमें रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में काफी उत्साह है। इसकी चर्चा हर जगह है। ऐसे समय में कुछ अद्वितीय राम भक्तों की भी कहानियां सामने आ रहीं हैं। ऐसे ही एक भक्त हैं मध्य प्रदेश के बैतूल में रहने वाले केदार सिंह चंदेल। बैतूल जिले के देवगांव में रहने वाले 65 वर्षीय केदार सिंह चंदेल ने होश संभालते ही 22 साल की आयु में श्री राम के नाम को कागजों पर लिखना शुरू कर दिया। फिर उन्होंने सीता राम से मिलकर पूरे सुंदरकांड को लिखा।

केदार सिंह की भक्ति यहीं नहीं थमी। फिर साल 1997 में उनके एक दोस्त की प्रेरणा से मन में सियाराम के अक्षरों को जोड़कर रामचरितमानस लिखने का विचार आया। इसके बाद केदार सिंह ने रोजाना एक घंटे से ज्यादा का समय निकालकर रामचरित मानस लिखना शुरू किया। लगभग आठ साल में इस कार्य को पूरा किया। अब जब पूरे देश में श्रीराम मंदिर और राम भक्तों की चर्चा है, तो केदार सिंह चंदेल की भक्ति भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है।

05:17 अपराह्न, 18-जनवरी-2024

द्रमुक राम मंदिर के खिलाफ नहीं

अयोध्या में राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह’ के लिए अब कुछ ही दिनों का समय शेष है। लेकिन, उससे पहले इसको लेकर विपक्षी दलों के नेताओं की टिप्पणियों का सिलसिला नहीं थम रहा है। इस बीच, द्रमुक नेता उदनिधि स्टालिन ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी राम मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं है। लेकिन, वह मस्जिद गिराने के बाद मंदिर बनाने का विरोध कर रही है।



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