नई दिल्ली। साल 2023 के खत्म होने में कुछ ही घंटे बाकी हैं, लेकिन देश में कोरोना की रफ्तार कम होने का नहीं ले रही है। 24 घंटे में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा भी तेज़ी से बढ़ा है. कुल 798 केस रिपोर्ट हुए और 5 लोगों की मौत दर्ज की गई. केरल में दो और पुडुचेरी, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से एक एक मौत दर्ज हुई है.इसे देखते हुए देश भर में एडवाइजरी जारी की गई है।
भारत में नए कोरोना मरीजों की संख्या एक दिन में 800 के करीब
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 743 नए मामले दर्ज किए गए। देश में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 3,997 हो गई है।
24 घंटे में गई सात लोगों की जान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान सात लोगों की मौत हुई है। केरल में तीन, कर्नाटक में दो और छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में एक-एक लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है।
एक दिन पहले मिले थे इतने केस
देश में एक दिन पहले 797 नए केस मिले थे। हालांकि, एक दिन बाद देश में कोरोना के केसों में कमी दर्ज की गई है। हालांकि, मौत का आंकड़ा एक दिन पहले के मुकाबले बढ़ा है। शुक्रवार को कोरोना से पांच लोगों की जान गई थी, जबकि आज सात लोगों की मौत हुई है।
अब तक मिले इतने केस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में साल 2020 के बाद से 4 करोड़ 50 लाख 12 हजार 484 केस सामने आए हैं। इसके अलावा देश में COVID-19 मामलों के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,358 हो गई है।
एक महीने में विश्व में 4,67,261 नए केस दर्ज किए जा चुके हैं. पिछले एक हफ्ते में भारत में भी कोविड इंफेक्शन की रफ्तार बढ़ी है. एक हफ्ते में ग्लोबल स्थिति में भारत 26वें नंबर से 19वें नंबर पर पहुंच चुका है. कुल केस के हिसाब से पहले नंबर पर रशियन फेडरेशन है. भारत में इस वक्त कोरोनावायरस के एक्टिव मरीजों की संख्या 4 हज़ार से ज्यादा है. ऐसे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्या कोरोना वैक्सीन की तीसरी या चौथी डोज़ लगवा लेनी चाहिए? इस सवाल के जवाब में एम्स (AIIMS) के एक्सपर्ट्स फिलहाल वैक्सीन ना लगाने की सलाह दे रहे हैं.
कोरोनावायरस की बीमारी इस बार लंबी पारी खेलने आई है. कोरोना के नए वेरिेेएंट जेन.1 (JN.1) के मामले देश मे तेज़ी से बढ़ रहे हैं. 28 दिसंबर तक देश में कोविड के नए वेरिएंट JN.1 के 145 केस दर्ज किए जा चुके हैं. ये सभी सैंपल 21 नवंबर से 18 दिसंबर के बीच के हैं. इन 145 मामलों में से सबसे ज्यादा 41 केस केरल से रिपोर्ट हुए हैं. दूसरे नंबर पर गुजरात है जहां से 36 केस दर्ज किए जा चुके हैं. कर्नाटक से 34, गोवा से 14, महाराष्ट्र से 9, राजस्थान से 4, तमिलनाडु से 4, तेलंगाना से 2 और दिल्ली से JN.1 का एक मामला रिपोर्ट हुआ है.
एम्स में कोवैक्सीन के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के हेड डॉ संजय राय के मुताबिक भारतीयों में नए वेरिेएंट से नुकसान की आशंका कम ही लगती है. क्योंकि अस्पताल जाने वाले मरीजों की संख्या फिलहाल ना के बराबर है. लोगों को वैक्सीन से मिली इम्युनिटी और कोरोना के इंफेक्शन से मिली एंटीबॉ़डी से मिली सुरक्षा ही काफी है. ऐसे में ना तो बूस्टर डोज़ लगवाने की जरुरत है और ना किसी नई वैक्सीन की.
कोई भी वेरिएंट हो कोरोना से कैसे बचें?
डॉक्टरों का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग हर हाल में जरूरी है. हाइजीन को भी हर वायरल फ्लू में फॉलो करना चाहिए. कोरोनावायरस से लड़ने में भी यही तरीके कारगर साबित होंगे. नए साल में बारिश के अनुमान को देखते हुए लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए और सर्दी से बचना चाहिए. अगर बहुत जरूरी न हो तो भीड़भाड़ वाले इलाके में न जाएं. निश्चित अंतराल में साबुन से हाथ धोएं. लक्षण होने पर फौरन डॉक्टर से संपर्क करें. यानी सावधान रहें-सतर्क रहें. इस तरह खुद भी बचें और अपने परिवार को भी कोरोना से बचाएं.