हाइलाइट्स:
- बरेली में एक परिवार में बेटी की शादी की तैयारियों में कोरोना ने ग्रहण लगा दिया, माता-पिता की मौत
- 7 अप्रैल को दोनों पाए गए थे कोरोना पॉजिटिव, इलाज के दौरान ही पहले पत्नी और फिर पति ने तोड़ा दम
- पति की पहली रिपोर्ट कोविड नेगेटिव आई थी, दूसरे टेस्ट के लिए 72 घंटे के ऑब्जर्वेशन में रखा गया था

बरेली: जैसे-जैसे कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे कोरोना के दंश से हंसती खेलती जिंदगियों में मातम पसरता जा रहा है. यूपी के बरेली में कोरोना ने एक परिवार को कभी न भूलने वाला दर्द दिया है. बरेली कॉलेज के प्रोफेसर और उनकी पत्नी की कोरोना से मौत हो गई. सबसे दुखद पहलू ये है कि इसी 2 मई को उनकी बेटी की शादी है. अब जहां घर में शहनाइयां बजनी थी अब वहां मौत का मातम पसरा हुआ है.परिवार में बेटी की शादी की तैयारियों में कोरोना ने ग्रहण लगा दिया।माता-पिता के जाने से बेटी और परिवार के बाकी सदस्य सदमे में है। शादी का समारोह रद्द हो गया।
कोरोना काल कई हंसती खेलती जिंदगियों को लील गया है. उस परिवार के हंसने-मुस्कुराने वाले दंपति की कोरोना के चलते मौत हो गई. इनकी मुस्कुराहट के साथ ही एक पूरे परिवार की खुशियों पर भी ग्रहण लग गया. डॉक्टर भृतेन्दु शर्मा बरेली के प्रसिद्ध बरेली कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर थे और उनकी पत्नी घर संभालती थी. उनका भरा पूरा परिवार था. उनके दो बेटे और दो बेटी हैं. वे सभी अपने पैरों पर खड़े हैं.उनमें से दो बैंक में कार्यरत हैं, एक चार्टेड अकाउंट जबकि एक एलएलबी पूरा करने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं।
डॉ भृतेन्दु शर्मा की बेटी कनक शाहजहांपुर में बैंक पीओ हैं. उसकी शादी 2 मई को होनी थी जिसको लेकर पूरे परिवार में उत्सव का माहौल था. पूरा परिवार शादी की तैयारी में लगा हुआ था कि इसी बीच 7 अप्रैल को डॉक्टर शर्मा और उनकी पत्नी अर्चना शर्मा दोनों में कैरोना संक्रमण के लक्षण दिखने लगे.एक हफ्ते बाद इलाज के दौरान ही पहले पत्नी और फिर पति ने दम तोड़ दिया। दोनों की उम्र 50 से अधिक थी।
इलाज के दौरान डॉक्टर शर्मा की पत्नी का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर वह 13 अप्रैल को बेटी की शादी के अरमान दिल में लेकर ही इस दुनिया से विदा हो गईं. डॉक्टर शर्मा की पत्नी के दुनिया छोड़कर जाने पर पूरे घर में कोहराम मच गया लेकिन नियति की क्रूरता अभी बाकी थी. 16 अप्रैल को डॉक्टर भृतेन्दु शर्मा भी कैरोना बीमारी से लड़ते-लड़ते हार गये. इसी के साथ परिवार के 2 मई को धूम धाम से शादी के अरमान भी बिखर गये.
माता-पिता के जाने से बेटी और परिवार के बाकी सदस्य सदमे में है। शादी का समारोह रद्द हो गया। 2 मई को शादी होने वाली थी। सभी आइसोलेशन में है। दुख की बात यह है कि पति की पहली रिपोर्ट कोविड नेगेटिव आ गई थी और उन्हें दूसरे टेस्ट के लिए 72 घंटे के ऑब्जर्वेशन में रखा गया था। वह जल्द ही डिस्चार्ज होने वाले थे।
जिस घर में शहनाई बजने वाली थी वहां मातम सुनाई देने लगा. जहां से बेटी की डोली उठनी थी. वहां से अर्थियां उठ रही थीं. डॉक्टर शर्मा के सहकर्मी भी उनकी असमय मृत्य से सन्न हैं. उनकी सहयोगी डॉक्टर वंदना शर्मा ने रुंधे गले से बताया कि हम सब लोग शादी में जाने की तैयारी कर रहे थे पर जाना उनकी शोकसभा में पड़ा, ये दिल को तोड़ देने वाली घटना है.
पंचायत चुनाव के पहले चरण के बाद बढ़े केस
डॉ. गौतम ने बताया, ‘पति की मौत को कोरोना से मौत में नहीं गिना जाएगा। अभी तक बरेली में कोविड अस्पतालों में इलाज के दौरान 7 की मौत हो चुकी है। पॉजिटिव केस की संख्या पंचायत चुनाव के पहले चरण के बाद बढ़ी है।’
बरेली में पिछले चार दिनों में 1,800 से अधिक संक्रमित हो चुके हैं। एसएसपी रोहित सिंह समेत कई अधिकारी पंचायत चुनाव के बाद कोरोना संक्रमित पाए गए। जिले में नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है।